राजकीय आयुर्वेद कालेज व चिकित्सालय वाराणसी कै पुरातन छात्रों का समागम सरोजा पैलेस में हुआ । कार्यक्रम का शुभारंभ भगवान धन्वंतरि के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलन के साथ शुरू हुआ। संस्था के सचिव ने अतिथियों का स्वागत कराते हुये कहा की कालेज स्थापना वर्ष 1965 में भारत के राष्ट्रपति के तत्कालीन निजी चिकित्सक पद्म विभूषण पंडित सत्य नारायण शास्त्री द्वारा काशी, की इस पवित्र धरती पर सम्पूर्णानन्द विश्वविद्यालय परिसर में की गयी। वर्ष 1981 मे उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा अधिग्रहित कर राजकीय महाविद्यालय का दर्जा प्राप्त हुआ। वर्ष 2014 में विश्वविद्यालय परिसर से नये भवन में स्थानांतरित हुआ और वर्ष 2017 में 06 विषयो में स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम प्रारम्भ हुआ ।
इस महाविद्यालय से निकले हुये छात्र देश-विदेश मे शिक्षक, चिकित्सक व शीर्ष पदो पर कार्य कर रहे है। महाविद्यालय व आयुर्वेद के विकास एव शिक्षणरत छात्र तथा पुरातन छात्र के आपसी सहयोग व संपर्क के उद्देश्य से वर्ष 2015 में " पुरातन छात्र आयुर्वेद महाविद्यालय एव चिकित्सालय वाराणसी कल्याण समिति" नामक संस्था पंजीकृत हुई, जिसका चतुर्थ समागम हुआ। इस समागम मे पूरे देश से 330 पुरातन छात्र एवं लगभग 100 उनके परिवार के सदस्य भी भाग लिए है । इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप मे अशोक कुमार तिवारी महापौर वाराणसी, अनिल राजभर कैबिनेट मंत्री एव दयाशंकर मिश्र आयुष मंत्री थे । इस अवसर पर 11 वरिष्ठतम पुरातन छात्र को प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया गया तथा समागम में आए सभी पुरातन छात्र को प्रतीक चिन्ह भी प्रदान किया गया । संस्था के अध्यक्ष डा. मुकेश राय ने धन्यवाद ज्ञापित किया और डा. अशोक पाण्डेय संरक्षक व डा. नीलम गुप्ता पदेन संरक्षक ने पुरातन छात्रों को शुभकामना दी ।इस अवसर पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति हुई। वही पुरातन छात्रों ने वर्षों बाद एक दूसरे से मिल कर अपनी स्मृतियां साझा की।