दशाश्वमेध घाट स्थित सप्तमात्रिका सिद्धपीठ श्री बड़ी शीतला माता माँई धाम में पांच दिवसीय संगीत समारोह की पहली निशा माँ शीतला का भव्य वार्षिक श्रृंगार शुक्रवार को भव्य भक्ति संगीत गायन वादन नृत्य ,स्तुति पूजा पाठ भव्य विराट आरती के साथ प्रारंभ हुआ, देर रात्री चतुर्दशी तिथि को माँ शीतला का श्रृंगार गंगाजल ,गुलाब जल और पंचामृत से स्नान चंदन लेपन कराते हुए नुतन वस्त्राभुषण से पं अविनाश पाण्डेय ने अलंकृत किया । माँ शीतला को फल ,मिष्ठान ,गुलगुला ,हलवा ,पूड़ी ,चना ,बतासा ,दही थाल सजाकर शीतला दल ,कसेरा समाज ,मांझी समाज, स्वर्णकार समाज ,व्यापारी समाज, यादव समाज के द्वारा आने वाली जुलूस बधावा शोभायात्रा के साथ मां शीतला को प्रसाद का भोग लगाया ।महंत परिवार ने राष्ट्र की खुशहाली की कामना से देर रात्रि 2:30 बजे गंगा स्नान पूजन करने के बाद मंदिर प्रवेश किया ।
ग्यारह किलो कपूर ,सैकड़ो घीव दीपों की शृंखला वाली आरती डमरू ,चँवर ,घंटी घड़ियाल शंख की गूँज के बीच माँ शीतला की भव्य विराट आरती महंत पं शिव प्रसाद पाण्डेय ने किया । मुख्य अतिथि के रूप में राज्यमंत्री डॉ दयाशंकर मिश्र म. गां. काशी विद्यापीठ वाणिज्य विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो अजीत कुमार शुक्ला हिंदू युवा वाहिनी के प्रदेश अध्यक्ष अंबरीश सिंह भोला सहित अनेक गणमान्य लोगों ने दीप प्रज्वलन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।विराट आरती के पूर्व सायं काल से पांच दिवसीय संगीत समारोह का शुभारंभ गायन वादन नृत्य के साथ हुआ महेंद्र प्रसन्ना व साथी कलाकारों ने शहनाई की धुनों के साथ पचरा सुना कर सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया लोक गायिका शैलबाला ने अपने सु मधुर आवाज से देवी गीत पचरा की झड़ी लगा दी। दिव्या दुबे स्नेहा अवस्थी सहित अनेक कलाकारों ने सुमधुर भजन सुना कर देर रात्रि तक सभी को मंत्र मुग्ध कर दिया अन्य कलाकारों में शुभांगिनी ने देवी गीत और कौशिकी ने भाव नृत्य प्रस्तुत किया।