इंटरनेशनल हिंदू स्कूल में नाटक 'अभिज्ञान शाकुंतलम' का हुआ अद्भुत मंचन

नगवाँ, लंका स्थित इण्टरनेशनल हिन्दू स्कूल में महाकवि कालिदास के विश्व प्रसिद्ध नाटक "अभिज्ञान शाकुन्तलम् का अ‌द्भुत मंचन विद्यालय के विद्यार्थियों द्वारा किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि सम्पूर्णानन्द संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो० बिहारी लाल शर्मा रहे। कार्यक्रम का शुभारम्भ माँ सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण और दीप प्रज्जवलन के साथ हुआ।

कार्यक्रम के विषय में विद्यालय के अध्यक्ष डॉ० सुमन कुमार मिश्र ने ओहायो अमेरिका से वीडियो कांफ्रेसिंग के माध्यम से बताया कि "अभिज्ञान शाकुन्तलम्" के मंचन का उद्देश्य है कि नई पीढ़ी भारत के इतिहास को जाने। दुष्यंत और शंकुन्तला के पुत्र भरत के नाम पर राष्ट्र का नाम भारतवर्ष पड़ा। भरत चक्रवर्ती सम्राट थे। अपने उद्बोधन में मुख्य अतिथि प्रो० बिहारी लाल शर्मा ने कहा कि यह विद्यालय बधाई का पात्र है क्योंकि जिस दौर में लोग पाश्चात्य संस्कृति की तरफ भाग रहे हैं उस समय यह विद्यालय भारत के अतीत के गौरव को सबसे साझा करने का प्रयास कर रहा है।

नाटक में दुष्यंत, शकुंतला, मेनका, विश्वामित्र, दुर्वासा इत्यादि की प्रस्तुतियाँ बेहद जीवंत रहीं है।विद्यालय की प्रबंधक संध्या मिश्रा ने अतिथियों का स्वागत किया तथा विद्यालय के प्रधानाचार्य संतोष कुमार तिवारी ने नाटक के दृश्यों को रेखांकित करते हुए इसके उद्देश्य पर प्रकाश डाला।धन्यवाद् ज्ञापन विद्यालय के उप-प्रधानाचार्य गणेश शंकर चर्तुवेदी ने किया। इस अवसर पर काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के कई विभागों के प्राध्यापकों समेत विद्यालय की शैक्षिणिक सलाहकार जयंती सामंत, विद्यालय के सभी शिक्षक, विद्यार्थी एवं अभिभावक उपस्थित रहे।

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