राम लखन चौहान ने मीडिया के सामने अपनी आपबीती साझा करते हुए कहा कि उनकी पोती नीलम को 21 अप्रैल 2019 को एक सड़क हादसे में गंभीर रूप से घायल हो जाने के बाद भी न्याय नहीं मिल सका है। कपसेठी थाने में इस हादसे का मामला दर्ज किया गया था, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है।
मीडिया के सामने अधिवक्ता भानु प्रताप सिंह ने बताया कि हादसे के बाद मोटर एक्सीडेंट क्लेम केस हाई कोर्ट में चल रहा है, लेकिन अभी तक उन्हें कोई मुआवजा नहीं मिला है। मामला न्यायालय में लंबित है और 2019 से 2025 तक अब तक कोई चार्जशीट दाखिल नहीं हुई है। उन्होंने कोर्ट से अनुरोध किया है कि जल्द से जल्द चार्जशीट दिया जाए।दुर्घटना के बाद जिस टैंकर ने उनकी पोती को टक्कर मारी थी, उसे महज दो से तीन दिन बाद ही छोड़ दिया गया। उन्होंने आरोप लगाया कि चार्जशीट के नाम पर उस समय 25,000 रुपये भी लिए गए थे, लेकिन उसके बावजूद भी अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई।कहा कि इतने वर्षों बाद भी उन्हें न्याय नहीं मिल सका है। उन्होंने कोर्ट से अपील की है कि इस मामले में जल्द से जल्द कार्रवाई की जाए ताकि पीड़ित परिवार को इंसाफ मिल सके।