बनारस के प्रतिष्ठित निजी स्कूल में कार्यरत एक महिला शिक्षिका ने स्कूल के डीन पर गंभीर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए पुलिस में एफआईआर दर्ज कराई है। पीड़िता का आरोप है कि डीन ने उन्हें स्कूल के कमरे में जबरन पकड़ने और फोन छीनने के बाद रात में फ्लैट पर अकेले मिलने का दबाव बनाया। विरोध करने पर उन्हें स्कूल से निष्कासित कर दिया गया। मामला वाराणसी के सिगरा थाना क्षेत्र का है, जहां पुलिस ने आरोपी डीन सुभोदीप डे के खिलाफ केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। डीन इस वक्त फरार बताया जा रहा है।
क्या है पूरा मामला?
सोनिया इलाके की रहने वाली महिला शिक्षिका 2019 से डालिम्स सनबीम स्कूल में पढ़ा रही थीं। महिला ने अपनी शिकायत में बताया कि 27 मई को करीब 11 बजे वह किसी जरूरी पारिवारिक कार्य के चलते अपने पति को फोन करने के लिए स्कूल के एक कमरे में गई थीं। इसी दौरान डीन सुभोदीप डे अचानक कमरे में आ गए और पीछे से आकर उन्हें जबरन पकड़ लिया। जब महिला ने विरोध करते हुए उनका हाथ झटका और गुस्से में बोलीं तो डीन ने उनके साथ अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया और उनका फोन छीन लिया। इसके बाद उन्होंने धमकी भरे लहजे में कहा –रोज अकेले मिलने बुलाता हूं तो आती नहीं हो, अब रात में फ्लैट पर चुपचाप अकेले आओ। मोबाइल चाहिए तो आना ही होगा। घबराई महिला ने स्कूल की एक अन्य स्टाफ से मोबाइल लेकर अपने पति को कॉल कर पूरी बात बताई। पति ने सलाह दी कि तुरंत स्कूल की प्रिंसिपल को पूरे मामले से अवगत कराएं। पीड़िता का आरोप है कि जैसे ही उन्होंने शिकायत करने की हिम्मत जुटाई और प्रिंसिपल के पास पहुंचीं, तो बिना किसी सुनवाई के उन्हें स्कूल से निष्कासन पत्र थमा दिया गया।
उन्होंने बताया – मैंने प्रिंसिपल को पूरी घटना बताई, लेकिन वह पहले से ही डीन के साथ मिल चुके थे और उन्हीं के इशारे पर मुझे हटाने का फैसला ले चुके थे। पीड़िता का दावा है कि पूरा वाकया स्कूल परिसर में लगे CCTV कैमरे में रिकॉर्ड हो गया है। दैनिक भास्कर द्वारा जारी किए गए वीडियो में देखा जा सकता है कि महिला टीचर (नीली साड़ी में) स्टाफ रूम में बैठी थीं, तभी डीन वहां पहुंचते हैं और उनके फोन इस्तेमाल पर आपत्ति जताते हुए फोन छीनकर चले जाते हैं। हालांकि स्कूल प्रशासन का कहना है कि महिला स्कूल टाइम में मोबाइल चला रही थीं, इसलिए फोन जमा किया गया था। स्कूल डायरेक्टर ने किसी भी प्रकार के यौन शोषण के आरोपों को सिरे से खारिज किया है। पीड़िता ने यह भी खुलासा किया कि डीन पहले भी स्कूल की अन्य महिला शिक्षिकाओं पर व्यक्तिगत संबंध बनाने का दबाव बना चुका है, लेकिन स्कूल प्रबंधन हमेशा उनकी शिकायतों को नजरअंदाज करता रहा। महिला जब रोडवेज चौकी पर रिपोर्ट दर्ज कराने गईं, तो डीन और उनके कुछ साथी भी वहां पहुंचे और उन्हें "देख लेने" की धमकी दी। इसके बावजूद महिला ने साहस दिखाते हुए सिगरा थाने में लिखित शिकायत दी, जिसके आधार पर पुलिस ने धारा 354 (छेड़खानी), 506 (धमकी), 509 (शब्द/हावभाव द्वारा अपमान), 341 (गलत तरीके से रोकना) समेत अन्य धाराओं में केस दर्ज कर लिया।
ACP चेतगंज गौरव सिंह ने बताया – महिला टीचर की तहरीर पर तत्काल एफआईआर दर्ज की गई है। आरोपी डीन सुभोदीप डे फिलहाल फरार है। पुलिस की कई टीमों द्वारा संभावित ठिकानों पर छापेमारी की जा रही है।मामला सामने आने के बाद कई सामाजिक संगठन और महिला आयोग की स्थानीय इकाई ने इस मामले को गंभीरता से लेने की बात कही है। महिला आयोग ने स्वतः संज्ञान लेकर स्कूल प्रबंधन से रिपोर्ट तलब करने की तैयारी शुरू कर दी है। महिला टीचर ने प्रशासन से मांग की है कि स्कूल की पूरी CCTV फुटेज की फॉरेंसिक जांच हो और स्कूल प्रशासन की भूमिका की भी निष्पक्ष जांच की जाए। उन्होंने कहा कि नौकरी से निकाल कर मामले को दबाने की कोशिश हो रही है।
इस पूरे प्रकरण ने स्कूल की कार्यप्रणाली और महिला सुरक्षा को लेकर कई सवाल खड़े कर दिए हैं। अब देखना यह है कि पुलिस की जांच कितनी तेजी से आगे बढ़ती है