काशी नगरी एक बार फिर अध्यात्म, श्रद्धा और भक्ति की पावन धारा में सराबोर हो उठी जब स्वामीनारायण मंदिर से जगतगुरु जनार्दन स्वामी जी की दिव्य शोभायात्रा जगद्गुरु शांति गिरी जी महाराज के दिव्य सान्निध्य में निकाली गई। इस शोभायात्रा ने काशीवासियों के हृदय को धर्मानुराग से भर दिया और वातावरण भक्ति के सुरों से गूंज उठा।शोभायात्रा में हजारों श्रद्धालुओं की सहभागिता रही,
जिनमें बड़ी संख्या में महिलाएं सिर पर मंगल कलश और हाथों में केसरिया ध्वज लेकर भक्तिभाव से ओतप्रोत चल रही थीं। रथों पर भगवान के मनोहारी स्वरूप, फूलों की अनुपम सजावट और भजनों की मधुर ध्वनि ने पूरे मार्ग को एक जीवंत तीर्थ में परिवर्तित कर दिया।यह शोभायात्रा स्वामीनारायण मंदिर मछोदरी से प्रारंभ होकर मैदागिन, चौक, बाबा विश्वनाथ धाम, बांस फाटक होते हुए दशाश्वमेध घाट पर आकर पूर्ण हुई। मार्ग में भक्तों द्वारा पुष्पवर्षा की गई, घंटियों और शंखनाद की अनुगूंज से संपूर्ण वातावरण धर्ममय हो उठा।