बनारस रेल इंजन कारखाना – बरेका – एक बार फिर दुनिया के रेल मानचित्र पर भारत की पहचान बनकर उभरा है। मोजाम्बिक रेलवे के लिए बरेका ने 3300 हॉर्स पावर के 2 अत्याधुनिक डीजल-इलेक्ट्रिक लोकोमोटिव का निर्माण कर जून 2025 में सफलतापूर्वक निर्यात कर दिया है।ये इंजन केप गेज ट्रैक के लिए तैयार किए गए हैं, जो 1067 मिमी की चौड़ाई वाले पटरियों पर 100 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से दौड़ सकते हैं।इससे पहले भी बरेका ने वर्ष 2021-22 और 2022-23 में 3000 एचपी के 6 डीजल इंजन मोजाम्बिक को सफलतापूर्वक भेजे थे, जिनकी गुणवत्ता और कार्यक्षमता को देखते हुए नया ऑर्डर मिला।
खास बात ये है कि इन इंजनों में न सिर्फ तकनीकी नवाचार किया गया है, बल्कि ड्राइवर की सुविधा का भी विशेष ख्याल रखा गया है—जैसे कि हॉट प्लेट, रेफ्रिजरेटर, मोबाइल होल्डर, सुंदर कैब डिज़ाइन और यहां तक कि शौचालय की सुविधा भी दी गई है।बरेका की यह उपलब्धि ‘मेक इन इंडिया – मेक फॉर द वर्ल्ड’ मिशन को मजबूती देने वाली है। मोजाम्बिक, म्यांमार, श्रीलंका, बांग्लादेश, सेनेगल और मलेशिया समेत 13 से ज़्यादा देशों को अब तक बरेका से इंजन सप्लाई किए जा चुके हैं।साल 1956 में स्थापित बरेका अब तक 10,000 से ज़्यादा लोकोमोटिव बना चुका है, जो भारतीय रेलवे, खनन क्षेत्रों, इस्पात संयंत्रों और बंदरगाहों में इस्तेमाल होते हैं।बरेका के महाप्रबंधक नरेश पाल सिंह ने इस उपलब्धि पर कारखाने के सभी कर्मचारियों और अधिकारियों को बधाई दी है।