वाराणसी के जिला मुख्यालय पर उस वक़्त गर्मा-गर्मी का माहौल देखने को मिला जब कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने उत्तर प्रदेश सरकार के उस फैसले के खिलाफ प्रदर्शन किया, जिसमें 5000 सरकारी विद्यालयों को बंद करने की योजना बनाई गई है। कांग्रेस ने इसे शिक्षा के अधिकार पर हमला बताया है।प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे कांग्रेस पिछड़ा वर्ग के प्रदेश सचिव श्रवण गुप्ता ने कहा कि ये वही स्कूल हैं जिन्हें कांग्रेस सरकार के समय गरीब, पिछड़े, दलित और अल्पसंख्यक समाज के बच्चों के लिए खोला गया था।
लेकिन अब उन्हें एक-एक कर बंद किया जा रहा है। हमारी सरकार ने जिन स्कूलों को खोलकर शिक्षा की अलख जगाई थी, उन्हें योगी-मोदी सरकार बंद कर रही है। गरीब के बच्चे न प्राइवेट स्कूल जा सकते हैं, न शिक्षा का खर्च उठा सकते हैं। ये सीधा हमला है संविधान के मूल्यों पर। हम राष्ट्रपति महोदया से निवेदन करते हैं कि इस फैसले को रोका जाए।कांग्रेस के इस प्रदर्शन से साफ है कि प्रदेश सरकार के इस फैसले को लेकर सियासत तेज़ हो चुकी है। अब देखना होगा कि राज्य सरकार अपने निर्णय पर अडिग रहती है या जन विरोध को देखते हुए रुख में बदलाव आता है।