ठाकुर प्रसाद सिंह शताब्दी वर्ष के अन्तर्गत समारोह हुआ आयोजित

साहित्यिक संघ एवं उत्तर प्रदेश हिन्दी संस्थान के संयुक्त तत्वावधान में ठाकुर प्रसाद सिंह शताब्दी वर्ष के अन्तर्गत नागरी नाटक मंडली के सभागार में आयोजित समारोह की अध्यक्षता करते हुए महात्मा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हिन्दी विश्वविद्यालय वर्धा के पूर्व कुलपति प्रो. गिरीश्वर मिश्र ने  ठाकुर प्रसाद सिंह द्वारा सभी विधाओं में साहित्य सृजन, उनकी प्रशासनिक एवं संगठनात्मक क्षमता का उल्लेख करते हुए साहित्यिक संघ जैसी संस्था की स्थापना के महत्व को रेखांकित किया। 

मुख्य अतिथि के रूप में मिथिलेश कुमार ने कहा कि साहित्यिक संघ कृतज्ञ भाव से अपने संस्थापक को स्मरण कर रही है तथा उन्हीं की भावना के अनुरूप प्रकाशित मासिक पत्रिका सोच विचार ने एक कीर्तिमान स्थापित किया है। उत्तर प्रदेश हिन्दी संस्थान की प्रधान संपादक डॉ. अमिता दुबे ने विविध विधाओं में उनके सशक्त लेखन की चर्चा किया। संस्थान के प्रथम निदेशक के रूप में उनकी प्रशासनिक दूरदर्शिता और क्षमता का उल्लेख किया। प्रयागराज से पधारे वरिष्ठ नवगीतकार श्री सुधांशु उपाध्याय को 'ठाकुर प्रसाद सिंह नवगीत सम्मान' से विभूषित किया तथा उन्होनें आभार जताया। सोच विचार के संपादक नरेन्द्र नाथ मिश्र ने पत्रिका की यात्रा पर संक्षिप्त प्रकाश डाला तथा सोच विचार के काशी अंक -16 का लोकार्पण हुआ।स्वागत डॉ. रामसुधार सिंह ने तथा संचालन डॉ. अरविन्द मिश्र हर्ष एवं हिमांशु उपाध्याय ने किया। इस अवसर पर नवगीत गोष्ठी की अध्यक्षता हीरालाल मिश्र 'मधुकर ने तथा संचालन डॉ. प्रीति जायसवाल ने किया। जिसमें सुरेन्द्र वाजपेयी, डॉ. अशोक कुमार सिंह, शिवकुमार पराग आदि ने काव्य पाठ किया।




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