गंगा नदी का जलस्तर लगातार बढ़ता जा रहा है और चेतावनी बिंदु 70 मीटर को पार कर चुका है। जल की तेज़ रफ्तार और संभावित खतरे को देखते हुए जल पुलिस कमिश्नरेट ने नाव संचालन पूरी तरह से बंद कर दिया है।गंगा आरती अब सांकेतिक रूप से की जा रही है, और नागरिकों को नाव से आरती देखने की अनुमति नहीं दी जा रही है। यह निर्णय सुरक्षा की दृष्टि से एहतियातन लिया गया है।
प्रशासन ने गंगा किनारे रहने वाले लोगों को सतर्क रहने की अपील की है और घाटों पर एनडीआरएफ, पीएसी, जल पुलिस और गोताखोरों को तैनात कर दिया गया है।शव दाह जैसी क्रियाओं में भी दिक्कतें आने लगी हैं — मणिकर्णिका घाट की छत पर शवदाह किया जा रहा है।जलस्तर में लगातार बढ़ोतरी को लेकर केंद्रीय जल आयोग भी निगरानी कर रहा है। प्रशासन का कहना है कि स्थिति पर नियंत्रण के लिए हर घंटे निगरानी और अपडेट जारी रहेगा।