बीएचयू ट्रॉमा सेंटर से भगवानपुर मार्ग तक का रास्ता इन दिनों अवैध वाहनों के अतिक्रमण का अड्डा बन गया है। यहां बिना किसी अनुमति के जीप और अन्य वाहन खड़े कर सवारियों की ढुलाई खुलेआम की जा रही है, जिससे आमजन को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।यह स्थान न तो किसी अधिकृत वाहन स्टैंड के अंतर्गत आता है, न ही इसके संचालन की प्रशासन से कोई मंजूरी ली गई है।
बावजूद इसके, आधे से ज्यादा सड़क पर कब्जा कर वाहनों को खड़ा किया जा रहा है, जिससे राहगीरों, मरीजों, स्कूली बच्चों और बुजुर्गों के लिए यह मार्ग खतरे से कम नहीं रह गया है।
स्थानीयों का आरोप – दबंगई दिखाते हैं वाहन चालक
स्थानीय निवासी रमेश का कहना है कि यहां से बिहार जाने वाली जीपें अवैध रूप से खड़ी कर सवारी भरती हैं। विरोध करने पर वाहन चालक झगड़े पर उतारू हो जाते हैं और अक्सर दबंगई का रवैया अपनाते हैं।
प्रशासन की कार्रवाई से पहले मिल जाती है भनक
स्थानीय लोगों का कहना है कि जब भी प्रशासन कोई कार्रवाई करने की योजना बनाता है, आरोपितों को पहले ही इसकी जानकारी मिल जाती है और वे मौके से वाहन हटाकर फरार हो जाते हैं। ऐसे में प्रशासन की कोशिशें बार-बार नाकाम हो रही हैं।
संकरी सड़क और अतिक्रमण बना जानलेवा संकट
निर्माण कार्य और खुदाई के कारण यह सड़क पहले से ही संकरी हो चुकी है। उस पर आधा रास्ता जब अवैध वाहनों से घिरा हो तो एंबुलेंस, मैरिज पार्टी और आम राहगीरों को जाम जैसी स्थिति से गुजरना पड़ता है।
प्रशासनिक चुप्पी पर उठे सवाल
स्थानीय जनता ने आरोप लगाया कि ट्रैफिक पुलिस और लंका थाने की चौकी पुलिस रोज इसी मार्ग से गुजरती है, लेकिन उन्हें यह अवैध स्टैंड नजर नहीं आता। लोग इसे प्रशासनिक लापरवाही और उदासीनता का नतीजा बता रहे हैं।
जनता की मांग – सख्त कार्रवाई और नियमित निगरानी
स्थानीय नागरिकों की मांग है कि इस अवैध अतिक्रमण को तुरंत हटाया जाए, नियमित निगरानी की जाए और दोषियों पर सख्त कार्रवाई हो, ताकि राहगीरों को सुरक्षित और सहज आवागमन मिल सके।ट्रैफिक पुलिस की ओर से कहा गया है कि पूरे मामले की जांच कर जल्द ही उचित कार्रवाई की जाएगी।