स्कूल ऑफ मैनेजमेंट साइंसेज (एस.एम.एस.), वाराणसी में सोमवार को "शिक्षण में एकीकृत ए.आई., डिज़ाइन थिंकिंग और एनालिटिक्स" विषय पर सात दिवसीय फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम (एफ.डी.पी.) की शुरुआत हुई। उद्घाटन सत्र में ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति प्रो. एस.के. सिंह मुख्य अतिथि और स्पाइरेलिया के सीईओ डॉ. बाला रामदुरई विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहे।
प्रो. एस.के. सिंह ने कहा कि, “ए.आई. सिर्फ तकनीकी उन्नति नहीं, बल्कि शिक्षा में सोच और दृष्टिकोण का दार्शनिक बदलाव है। आज केवल तथ्यों को पढ़ाना पर्याप्त नहीं, बल्कि छात्रों को नवाचार और समस्या समाधान की दिशा में प्रशिक्षित करना अनिवार्य है।”डॉ. बाला रामदुरई ने कहा कि ए.आई., एनालिटिक्स और डिज़ाइन थिंकिंग अब हर क्षेत्र का अभिन्न हिस्सा हैं। उन्होंने शिक्षकों को आजीवन शिक्षार्थी बने रहने और विद्यार्थियों की भागीदारी को बेहतर ढंग से मापने के लिए तकनीकी विश्लेषण अपनाने की सलाह दी।इस अवसर पर एस.एम.एस. वाराणसी के निदेशक प्रो. पी.एन. झा ने कहा कि यह एफ.डी.पी. संस्थान की नवाचार और उत्कृष्टता की प्रतिबद्धता का हिस्सा है, जो शिक्षकों को वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धी बनाने की दिशा में एक मजबूत कदम है।कार्यक्रम का संचालन डॉ. भावना सिंह और धन्यवाद ज्ञापन प्रो. पल्लवी पाठक ने किया। इस कार्यक्रम में अगले सात दिनों तक देशभर के एआई और डिज़ाइन थिंकिंग विशेषज्ञ विभिन्न सत्रों में भाग लेंगे।कार्यक्रम में डॉ. एम.पी. सिंह, संजय गुप्ता, प्रो. अमिताभ पांडेय, प्रो. संदीप सिंह, प्रो. अविनाश चंद्र सुपकर सहित समस्त संकाय सदस्य उपस्थित रहे।