काशी हिंदू विश्वविद्यालय में तेलुगू विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. सी.एस.आर. मूर्ति पर हुए हमले को लेकर शिक्षकों में गहरा आक्रोश है। विश्वविद्यालय के बिरला चौराहे के पास दो अज्ञात हमलावरों ने डॉ. मूर्ति पर स्टील रॉड से हमला कर दिया था, जिससे उनका बायां हाथ टूट गया और दाहिने हाथ में गंभीर फ्रैक्चर आया। इस घटना के विरोध में शुक्रवार को सभी प्रोफेसर सिंह द्वार पर धरने पर बैठ गए। शिक्षकों ने विश्वविद्यालय परिसर की बिगड़ती सुरक्षा व्यवस्था को लेकर प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए हैं। प्रोफेसर मीनाक्षी सिंह ने कहा, “बीएचयू में 700 से अधिक सुरक्षा गार्ड हैं, इसके बावजूद शिक्षकों की सुरक्षा नहीं हो पा रही है।
24 घंटे बीत चुके हैं, लेकिन अभी तक हमलावरों की गिरफ्तारी नहीं हो सकी। यह प्रशासन की नाकामी है।” उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय परिसर में अराजक तत्व सक्रिय हैं, जिससे शिक्षक डरे हुए हैं। यदि शिक्षकों की सुरक्षा नहीं सुनिश्चित की गई, तो यह शिक्षा प्रणाली पर सीधा आघात है। प्रोफेसर मीनाक्षी ने चेतावनी दी कि "हमारा धरना तब तक जारी रहेगा जब तक हमलावर गिरफ्तार नहीं हो जाते। अगर शिक्षक ही भय में जीने लगे तो समाज का भविष्य क्या होगा?" इस घटना ने बीएचयू की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। विश्वविद्यालय प्रशासन और पुलिस पर बढ़ते दबाव के बीच अब शिक्षकों की मांग है कि हमलावरों को जल्द गिरफ्तार कर न्याय दिलाया जाए।