वाराणसी पुलिस और यूपी एसटीएफ को एक बड़ी सफलता मिली है। शहर में ड्रग्स तस्करी के अंतरराज्यीय गिरोह के मास्टरमाइंड मुकेश मिश्रा को STF वाराणसी यूनिट ने मोहनसराय अंडरपास के पास से गिरफ्तार कर लिया। चौक थानाक्षेत्र के नीलकंठ इलाके का रहने वाला मुकेश मिश्रा हिमाचल प्रदेश, मनाली, बिहार और नेपाल से नशे का सामान मंगवाकर बनारस में लड़कियों और डिलीवरी बॉय के जरिये इसकी तस्करी करता था।
पूछताछ में खुलासा हुआ कि मुकेश, पहले से ड्रग माफिया घोषित देवेंद्र मिश्रा और महेंद्र मिश्रा का साथी है और उनके जेल जाने के बाद पूरे नेटवर्क का संचालन वही कर रहा था। वह हिमाचल प्रदेश के सप्लायर ‘तनु’ से माल खरीदता और वाराणसी में मिठू नामक डिलीवरी बॉय के जरिए ग्राहकों तक पहुंचाता था।
मनाली से लौटते वक्त प्रयागराज होते हुए मुकेश जैसे ही वाराणसी पहुंचा, STF की टीम ने मोहनसराय अंडरपास पर घेराबंदी कर उसे दबोच लिया। उस पर सुल्तानपुर समेत कई जिलों में दर्ज हैं मामले। गिरोह पहले से कई बार वाराणसी, सुल्तानपुर और बिहार में अपनी गतिविधियों को अंजाम दे चुका है। इस गैंग के अन्य सदस्यों में शिखा वर्मा, संतोष कुमार झा, रामबाबू आदि पहले ही STF के हत्थे चढ़ चुके हैं। देवेंद्र और महेंद्र मिश्रा को मई 2025 में गिरफ्तार कर ड्रग माफिया घोषित किया गया था। STF ने इस कार्रवाई के साथ एक बेहद सक्रिय ड्रग नेटवर्क को तोड़ने में सफलता पाई है।
नशे के नेटवर्क को लड़कियों और लोकल डिलीवरी एजेंटों से चलवाने की साजिश ने पुलिस को चौंकाया है। पूछताछ जारी है, STF को अब गिरोह से जुड़े और चेहरों के बेनकाब होने की उम्मीद है।