गंगा के जलस्तर में लगातार हो रही वृद्धि ने अब संकट की स्थिति पैदा कर दी है। जल का स्तर इस कदर बढ़ गया है कि नमो घाट, राजघाट और दशाश्वमेध घाट जैसे प्रमुख घाटों का आपसी संपर्क पूरी तरह से टूट चुका है।स्थानीय प्रशासन और गंगा सेवा समितियों के अनुसार, यदि इसी रफ्तार से गंगा चढ़ती रही तो अगले 24 से 48 घंटों में नावों का संचालन भी पूरी तरह से बंद करना पड़ सकता है।
घाटों पर जाने वाले रास्ते जलमग्न हो चुके हैं, और श्रद्धालुओं के लिए खतरे की स्थिति बन गई है। वहीं, गंगा सेवा निधि के सेवादारों ने लोगों से अपील की है कि वे सुरक्षा नियमों का पालन करें और आवश्यक ना हो तो घाटों पर न जाएं।एनडीआरएफ और जल पुलिस की टीमें पूरी मुस्तैदी से निगरानी कर रही हैं। प्रशासन ने बाढ़ चौकियों को एक्टिव मोड में डाल दिया है और चेतावनी बिंदु के पास पहुंचते ही अतिरिक्त अलर्ट जारी करने की तैयारी है।