परम पूज्य संत पंजाबी महाराज के जन्मोत्सव पर लोक कल्याणार्थ रामजानकी मठ ट्रस्ट अस्सी द्वारा प्रति वर्ष की भांति इस वर्ष भी सवा लाख पार्थिव शिवलिंगों का महारुद्राभिषेक एवं महामृत्युंजय जाप का धार्मिक अनुष्ठान मठ प्रांगण में किया गया। महामंडलेश्वर राजकुमार दास की सत्यप्रेरणा से व मठ के महंत रामलोचन दास के सानिध्य में पं. उमाकांत याज्ञिक के आचार्यत्व में 11 वैदिक विद्वानों एवं मठ के बटुकों द्वारा सवा लाख पार्थिव शिवलिंगों का गणेश पूजन किया गया।
तत्पश्चात पंचामृत दूध दही घी शहद व शर्करा से स्नान करा अंगवस्त्रम व सुगंधित फूलों फलो मिष्ठान्नों व द्रव्यों से भगवान शिव का विधिवत पूजन व अभिषेक कर विश्वकल्याण व मानव जीवन में सुख शांति एवं समृद्धि के लिए मंगल कामना की गई। देश के अनेक हिस्सों से आए भक्तों ने दूध बिल्वपत्र से भगवान शिव का पूजन कर आरती किए। इसके बाद गुरु पादुका पूजन किया गया। इस अवसर पर मठ प्रांगण की फूलों,पत्तियों व गुब्बारों से सजावट की गई। मठ के महंत रामलोचन दास ने बताया कि काशी में सावन माह में लोक कल्याणार्थ भगवान शिव का सामूहिक रुद्राभिषेक का विशेष महात्म्य है।पार्थिव शिवलिंग के पूजन से सभी प्रकार की मनोरथ सिद्ध होते हैं।