काशी हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) में इन दिनों छात्र आंदोलनों का सिलसिला थमता नहीं दिख रहा है। सोमवार को BHU के राजा राममोहन राय छात्रावास के छात्रों ने विश्वविद्यालय परिसर में चक्का जाम कर दिया और सड़क पर बैठकर हॉस्टल अलॉटमेंट की मांग को लेकर अनिश्चितकालीन धरना शुरू कर दिया। धरने पर बैठे छात्रों का कहना है कि एक महीने पहले छुट्टियों के दौरान हॉस्टल खाली करवा लिया गया था। उस समय प्रशासन ने कहा था कि छात्रावास में मरम्मत और रंगाई-पुताई (पेंटिंग) का कार्य होना है। एमए द्वितीय वर्ष के छात्र अभय चतुर्वेदी ने बताया कि “हर साल रिनोवेशन के नाम पर बाथरूम तोड़ दिए जाते हैं, लेकिन बनते कुछ नहीं। पिछले वर्ष भी ऐसी ही स्थिति बनी थी दो महीने बाद हॉस्टल अलॉट हुआ था और रिनोवेशन सिर्फ दिखावा निकला।” उन्होंने आगे कहा, “इस बार भी 12 में से सभी 12 बाथरूम तोड़ दिए गए हैं। अब तक न कोई नया निर्माण हुआ, न अलॉटमेंट की प्रक्रिया पूरी हुई। जबकि 7 जुलाई से विश्वविद्यालय के सभी विभाग खुल चुके हैं,
लेकिन छात्रावास अभी तक छात्रों को नहीं दिए गए हैं। जो छात्र दूर-दराज के राज्यों दिल्ली, तेलंगाना, बिहार आदि से आए हैं, वे आखिर कहां जाएं?” छात्रों ने प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि बार-बार मरम्मत का बहाना बनाकर छात्रों को परेशान किया जाता है और इस पूरे अव्यवस्था का खामियाजा विद्यार्थियों को भुगतना पड़ता है।धरने पर बैठे छात्रों ने चेतावनी दी है कि जब तक उन्हें हॉस्टल अलॉट नहीं किया जाता, तब तक उनका आंदोलन जारी रहेगा। विश्वविद्यालय प्रशासन की चुप्पी को लेकर छात्रों में खासा असंतोष देखा जा रहा है।