प्रयागराज के मेजा थाना क्षेत्र से एक दिल दहला देने वाली खबर जहां बेदौली गांव में खेलते-खेलते चार मासूम बच्चों की ज़िंदगी थम गई।चारों बच्चे पास के एक गहरे गड्ढे में मछली पकड़ने गए थे लेकिन उन्हें क्या पता था कि यही गड्ढा उनकी जिंदगी का आखिरी पड़ाव बन जाएगा।मृतकों में हीरा आदिवासी का पाँच साल का बेटा हुनर और चार साल की बेटी वैणवी विमल का पाँच साल का बेटा कन्धा और संजय आदिवासी का चार साल का बेटा केसरी शामिल हैं। चारों पड़ोसी और पक्के दोस्त थे, साथ खेलते थे और अब, साथ ही दुनिया को अलविदा कह गए।
दोपहर तीन बजे से लापता बच्चों की तलाश जब शाम तक भी पूरी नहीं हुई तो परिवारों की बेचैनी बढ़ गई। तभी गांव के पास गड्ढे के किनारे बच्चों की चप्पलें और कपड़े दिखाई दिए और फिर जो हुआ, उसने पूरे गांव को मातम में डुबो दिया।पुलिस को सूचना दी गई, रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू हुआ लेकिन बहुत देर हो चुकी थी। चारों मासूमों के शव गड्ढे से निकाले गए। हर ओर सिर्फ आंसू, सन्नाटा और मातम पसरा है।बच्चों की मां की चीखें आसमान को चीर रहीं हैं और पिता गहरे सदमे में हैं। यह सिर्फ एक हादसा नहीं चार परिवारों के सपनों का टूट जाना है।