गंगा के बढ़ते जलस्तर ने अब वरूणा नदी को भी उफान पर ला दिया है। गंगा के पलट प्रवाह के चलते वरूणा का पानी तटवर्ती इलाकों में फैल रहा है। कई घरों में पानी घुस गया है और लोगों को अपना आशियाना छोड़कर सुरक्षित स्थानों की ओर पलायन करना पड़ रहा है।स्थानीय लोगों की मानें तो यह स्थिति हर साल सामने आती है, लेकिन इस बार हालात और भी भयावह हैं। बाढ़ की वजह से बच्चों की पढ़ाई और खानपान जैसी बुनियादी चीज़ें भी बुरी तरह प्रभावित हुई हैं।राहत के लिए प्रशासन ने कुछ राहत चौकियां जरूर बनाई हैं। सलारपुर वार्ड नंबर 5 के प्राथमिक विद्यालय में करीब 36 लोगों को शरण दी गई है।
वहां खाद्य सामग्री और आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं।मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाल ही में बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा किया और सलारपुर राहत कैंप का निरीक्षण किया। उन्होंने खुद राहत सामग्री भी बांटी। जिलाधिकारी सत्येंद्र कुमार और अपर पुलिस आयुक्त शिवहरि मीणा ने बाढ़ ग्रस्त इलाकों का दौरा कर राहत कार्यों की समीक्षा की।महेंद्र प्रताप कह रहे कि सीएम तो आए और हालात देख भी गए मगर अब भी बहुत से बाढ़ पीड़ितों को राहत नहीं मिल रही। कई जगह गलत लोगों को सामग्री दी जा रही है।सलारपुर के अनिल कुमार शर्मा भी बाढ़ की त्रासदी से जूझ रहे हैं। उनका घर पूरी तरह पानी में डूब चुका है। उन्होंने बताया कि अब वे अपने परिवार समेत किसी सुरक्षित स्थान की ओर जा रहे हैं।