छांगुर के चंगुल से छूटी एक युवती आज मीडिया के सामने आई उसकी आंखों में डर था, पर आवाज़ में सच्चाई और साहस की गूंज साफ़ सुनाई दी।विदेशी फंड से चलने वाले मतांतरण गिरोह का पर्दाफाश करते हुए युवती ने बताया कि कैसे जलालुद्दीन उर्फ़ छांगुर ने उसे फांसने की कोशिश की।
जब उसने वापस अपने धर्म में लौटने की ठानी, तो उसकी ज़िंदगी में डर, धमकियां और खौफ ने घर कर लिया।विश्व हिंदू रक्षा परिषद के मंच पर तीन जुलाई को इस युवती ने हिंदू धर्म में 'घर वापसी' की, लेकिन तभी से उसके पीछे पड़ गए हैं छांगुर के गुर्गे कोर्ट में पेशी के दौरान भी मिल रही हैं जान से मारने की धमकियां।