बीएचयू बिड़ला हॉस्टल में 7 अगस्त की रात दो युवकों को बंधक बनाकर पीटने और लूटने का मामला सामने आया। लंका पुलिस ने अपहरण, जानलेवा हमला और लूट की धाराओं में मुकदमा दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी। घटना के विरोध में नाराज़ छात्रों ने हॉस्टल से निकलकर सड़क पर धरना-प्रदर्शन किया।
छात्रों का आरोप है कि केवल एक पक्ष की सुनवाई हुई और बीएचयू प्रशासन ने हमलावरों के बजाय पीड़ित छात्रों पर ही फर्जी मुकदमा दर्ज कराया। धरने पर बैठे छात्रों का कहना था कि हमलावर बाहरी लोग थे, जो पिछले तीन महीनों से हॉस्टल परिसर में आकर नशा और अवैध कारोबार कर रहे थे। इन गतिविधियों का विरोध करने पर उन्हें धमकी और हमला झेलना पड़ा। FIR के मुताबिक, पीड़ित कौशिक गुप्ता और आर्यन सिंह पर दीपक सिंह, अंश गोस्वामी, प्रियांशु प्रियम समेत कई छात्रों ने हमला कर उन्हें बिड़ला हॉस्टल के कमरे में 2 घंटे तक बंधक बनाकर पीटा और नकदी व घड़ी लूट ली। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज खंगालने की बात कही है और दोनों पक्षों को थाने बुलाकर कार्रवाई का आश्वासन दिया है।