गाजीपुर जेल में बंद माफिया मुख्तार अंसारी के छोटे बेटे उमर अंसारी को शनिवार तड़के अचानक कासगंज जेल भेज दिया गया। सुबह करीब 6 बजे बिना किसी पूर्व सूचना के गोपनीय तरीके से ट्रांसफर किया गया। सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए एसपी ईरज राजा ने इसकी पुष्टि की।उमर के भाई और सुभासपा विधायक अब्बास अंसारी ने आरोप लगाया कि न उन्हें, न परिवार को और न ही वकील को इस कार्रवाई की कोई जानकारी दी गई। उनका कहना है कि तड़के 4-5 बजे के बीच उमर को गाजीपुर से कासगंज ले जाया गया।
उमर को 3 अगस्त को लखनऊ से गिरफ्तार कर गाजीपुर जेल भेजा गया था। उस पर अपनी फरार मां अफसा अंसारी (जिस पर 1 लाख का इनाम है) के फर्जी हस्ताक्षर कर अदालत में याचिका दाखिल करने का आरोप है, ताकि गैंगस्टर एक्ट के तहत जब्त की गई 10 करोड़ की संपत्ति छुड़ाई जा सके। जांच में हस्ताक्षर संदिग्ध पाए गए थे, जिसके बाद उमर और वकील लियाकत अली पर केस दर्ज हुआ। कोर्ट ने हाल ही में दोनों की जमानत अर्जी खारिज कर दी।अब्बास अंसारी की विधायकी दो दिन पहले ही बहाल हुई है। वह खुद भी गैंगस्टर मामले में करीब ढाई साल कासगंज जेल में बंद रह चुके हैं। उमर की अचानक जेल बदलने से परिवार में नाराजगी और आशंका बनी हुई है।