गाजीपुर जिले के थाना नोनहरा में 9 सितम्बर 2025 की रात दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। बताया जा रहा है कि क्षेत्रवासी शांतिपूर्ण तरीके से थाना परिसर में धरना प्रदर्शन कर रहे थे। लेकिन देर रात अचानक थाना प्रभारी ने अपने पुलिसकर्मियों के साथ मिलकर पूरा थाना परिसर अंधेरे में डुबो दिया और फिर प्रदर्शनकारियों को चारों तरफ से घेरकर बेरहमी से पीटना शुरू कर दिया।आरोप है कि पुलिस ने धरनारत लोगों को तब तक मारा… जब तक वे बेहोश नहीं हो गए, या जान बचाकर भागने पर मजबूर नहीं हो गए। इसी बीच इस धरना प्रदर्शन में शामिल दिव्यांग सियाराम उपाध्याय, पुत्र गिरजाशंकर उपाध्याय, को इतनी बर्बरता से पीटा गया कि उन्हें गंभीर चोटें आईं।
इलाज के दौरान सियाराम की अकाल मृत्यु हो गई।इस दर्दनाक घटना से पूरे प्रदेश में शोक और आक्रोश की लहर फैल गई है। लोग कह रहे हैं कि पुलिस का अमानवीय चेहरा एक बार फिर समाज के सामने उजागर हुआ है। वहीं, आरोपी पुलिसकर्मियों की गिरफ्तारी न होने से आम जनता में भय और असुरक्षा का माहौल है।स्थानीय लोग सरकार पर भी सवाल उठा रहे हैं और आरोप लगा रहे हैं कि हत्यारे पुलिसकर्मियों को बचाने की कोशिश की जा रही है। जनमानस की मांग है कि इस पूरे मामले की जांच सीबीआई से कराई जाए, ताकि न्याय हो सके और जनता का भरोसा सरकार पर बना रहे।