वाराणसी में गंगा सेवा निधि ने “आकाश दीप प्रज्ज्वलन” के 26वें वर्ष का आयोजन किया। यह आयोजन हर साल कार्तिक मास में अमर वीर शहीदों की याद में किया जाता है। इस परंपरा की शुरुआत 1999 के कारगिल युद्ध के बाद हुई थी, जिसमें शहीदों को श्रद्धांजलि देने के लिए पूरे माह गंगा घाटों पर आकाश दीप जलाए जाते हैं। इस कार्यक्रम के साथ “भगीरथ शौर्य सम्मान” देकर शहीदों को नमन किया जाता है।
इस बार का आयोजन उन वीर जवानों को समर्पित था जिन्होंने देश की रक्षा करते हुए अपने प्राण न्योछावर किए, जैसे कि CRPF के शहीद सुनिल कुमार पाण्डेय, अरविन्द कुमार यादव, NDRF के रीतेश कुमार सिंह, इन्द्रभूषण सिंह और रेलवे सुरक्षा बल के शहीद राम बहादुर सिंह। इसके अलावा, जम्मू-कश्मीर में आतंकवादी हमलों और अहमदाबाद विमान हादसे में मारे गए नागरिकों के लिए भी दीप जलाए गए।
साथ ही वर्षा और प्राकृतिक आपदाओं में जीवन गवाने वालों के सम्मान में भी आकाश दीप प्रज्ज्वलित किया गया। कार्यक्रम में गणपति वंदना, देशभक्ति गीत और सांस्कृतिक प्रस्तुतियों का आयोजन हुआ। इस अवसर पर मुख्य अतिथि दयाशंकर मिश्र “दयालु” (राज्यमंत्री, उत्तर प्रदेश सरकार) और अन्य गणमान्य अतिथियों ने शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की। कार्यक्रम में मौजूद श्रद्धालुओं ने शहीदों और उनके परिवारों को सम्मान और आशीर्वाद दिया। गंगा सेवा निधि के सचिव सुरजीत कुमार सिंह ने कहा कि यह आयोजन राष्ट्रभक्ति और आध्यात्मिकता को जोड़ने का एक अद्भुत उदाहरण है, जो हमें शहीदों की याद और उनके बलिदान से प्रेरणा देता है।