शिमला के संजौली क्षेत्र में विवादित मस्जिद को लेकर तनाव बढ़ता जा रहा है। देवभूमि संघर्ष समिति ने संजौली पुलिस थाने के बाहर आमरण अनशन शुरू कर दिया। समिति का आरोप है कि अदालत द्वारा मस्जिद को अवैध घोषित किए जाने और गिराने के आदेश जारी होने के बावजूद प्रशासन कार्रवाई नहीं कर रहा है।समिति के सह-संयोजक विजय शर्मा और सदस्य विकास थापटा ने कहा कि अदालत के आदेश स्पष्ट हैं, लेकिन नगर निगम और प्रशासन न तो मस्जिद का बिजली–पानी कनेक्शन काट रहे हैं और न ही ढहाने की प्रक्रिया शुरू कर रहे हैं।
समिति ने आरोप लगाया कि उल्टा उनके सदस्यों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर उन्हें दबाव में लाने की कोशिश की जा रही है।समिति का कहना है कि पिछले सप्ताह मस्जिद में बाहरी राज्यों के लोग नमाज पढ़ने पहुंचे थे। इन्हें रोकने के दौरान हुए विवाद के बाद पुलिस ने संघर्ष समिति के छह सदस्यों पर धार्मिक भावनाएं आहत करने समेत अन्य धाराओं में मामला दर्ज कर लिया। समिति ने 24 घंटे के भीतर एफआईआर वापस लेने और मस्जिद को हटाने की प्रक्रिया शुरू करने की मांग की है।विजय शर्मा ने चेतावनी दी कि यदि प्रशासन ने जल्द कार्रवाई नहीं की तो प्रदेशव्यापी आंदोलन शुरू किया जाएगा। समिति ने यह भी आरोप लगाया कि उन्हें पीछे हटाने के लिए समुदाय विशेष का एक व्यक्ति प्रलोभन देने की कोशिश कर रहा था, लेकिन वे अपनी लड़ाई जारी रखेंगे।प्रशासन की ओर से इस मामले में अभी तक आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है।
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