फतेहपुर सीकरी के सांसद राजकुमार चाहर ने संसद के शीतकालीन सत्र में आगरा की बेरोजगारी का मुद्दा जोरदार तरीके से उठाया। उन्होंने कहा कि ताजमहल की खूबसूरती को सुरक्षित रखने के कारण लागू कड़े प्रतिबंध आगरा की जनता के लिए “श्राप” बन गए हैं। इन पाबंदियों की वजह से शहर में नए उद्योग और फैक्ट्रियां स्थापित नहीं हो पा रही हैं, जिससे स्थानीय युवाओं में बेरोजगारी बढ़ती जा रही है।सांसद चाहर ने सदन में कहा, “ताजमहल बहुत खूबसूरत है, लेकिन उसकी खूबसूरती आगरा की जनता के लिए श्राप बन गई है।
ताज ट्रिपेजियम जोन (TTZ) और NGT के कारण यहां उद्योग नहीं लग पाते। शहर का युवा बेरोजगार घूम रहा है।”उन्होंने सरकार से अपील करते हुए कहा कि आगरा को देशभर का आईटी हब बनाया जाए, ताकि यहां के युवाओं को रोजगार मिल सके। उन्होंने बताया कि आगरा पहले से ही मजबूत कनेक्टिविटी रखता है—दिल्ली और लखनऊ से एक्सप्रेसवे, आगरा-ग्वालियर नया एक्सप्रेसवे, और आगरा-जयपुर मार्ग जैसी सुविधाएँ मौजूद हैं। इन सबके बावजूद उद्योग न लग पाना चिंताजनक स्थिति है।चाहर ने केंद्र सरकार का ध्यान इस ओर आकर्षित करते हुए आग्रह किया कि TTZ और NGT से जुड़े प्रतिबंधों की समीक्षा कर आगरा में औद्योगिक विकास को नई दिशा दी जाए। उनका कहना है कि यदि आगरा में उद्योगों की अनुमति मिलती है तो हजारों युवाओं को रोजगार मिलेगा और शहर की अर्थव्यवस्था को नई गति प्राप्त होगी।सांसद के इस बयान के बाद आगरा में उद्योगों को लेकर नई बहस छिड़ गई है। अब देखने वाली बात होगी कि सरकार इस दिशा में क्या कदम उठाती है।

