शहर में बढ़ते ऑनलाइन ठगी और डिजिटल अपराधों पर लगाम लगाने के लिए पुलिस आयुक्त ने आज साइबर क्राइम हेल्प डेस्क की विस्तृत समीक्षा बैठक की। बैठक में हेल्प डेस्क की कार्यप्रणाली, शिकायतों के निस्तारण की गति, लंबित मामलों और तकनीकी तैयारी का बारीकी से मूल्यांकन किया गया।पुलिस आयुक्त ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि साइबर अपराधों पर तत्काल कार्रवाई सुनिश्चित की जाए।पीड़ितों की शिकायतें समयबद्ध तरीके से दर्ज हों और उनकी ट्रैकिंग मॉनिटरिंग की जाए।
ऑनलाइन फ्रॉड, फिशिंग, OTP क्लोनिंग, फेक लिंक और सोशल मीडिया हैकिंग जैसे मामलों में तुरंत जांच टीमें सक्रिय की जाएं।हर थाने में साइबर जागरूकता अभियान चलाकर लोगों को सुरक्षित डिजिटल व्यवहार की जानकारी दी जाए।उन्होंने यह भी कहा कि साइबर अपराधों से जुड़े मामलों में टेक्निकल एनालिसिस यूनिट की भूमिका बढ़ाई जाए और बैंक, सोशल मीडिया कंपनियों एवं टेलीकॉम विभाग के साथ समन्वय मजबूत किया जाए, ताकि पैसों के नुकसान को जल्दी रोका जा सके।पुलिस आयुक्त ने सभी अधिकारियों को चेतावनी देते हुए कहा कि किसी भी तरह की लापरवाही या देरी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। शिकायतकर्ताओं को त्वरित राहत देना, डेटा रिकवरी और फॉलोअप कार्रवाई को प्राथमिकता में रखा जाए।बैठक के अंत में उन्होंने साइबर हेल्प डेस्क के स्टाफ को प्रशिक्षण बढ़ाने, आधुनिक सॉफ्टवेयर उपयोग और 24×7 रिस्पॉन्स सिस्टम को और मजबूत करने के निर्देश भी दिए।

