संतमत अनुयायी आश्रम मठ गड़वाघाट के पीठाधीश्वर स्वामी सद्गुरु सरनानन्द जी महाराज परमहंस द्वारा संचालित स्वामी हरशंकरानन्द जी हॉस्पिटल एवं रिसर्च सेंटर की ओर से आयोजित 20 दिवसीय निःशुल्क विशाल नेत्र चिकित्सा एवं ऑपरेशन शिविर का सफल समापन रविवार को हुआ। समापन समारोह हॉस्पिटल के प्रबंधक एवं सचिव बाबा प्रकाशध्यानानन्द की अध्यक्षता तथा डॉ. टी.के. श्रीवास्तव एवं डॉ. वाई.पी. गुप्ता के मुख्य आतिथ्य में सम्पन्न हुआ।हॉस्पिटल परिसर स्थित सभागार में स्वामी हरशंकरानन्द जी के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्ज्वलन के साथ कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। इस अवसर पर हॉस्पिटल सचिव बाबा प्रकाशध्यानानन्द ने कहा कि नेत्र मानव शरीर का अत्यंत संवेदनशील एवं महत्वपूर्ण अंग है, जो हमें प्रकाश और अंधकार में भेद करना सिखाता है।
नेत्र स्वास्थ्य का संरक्षण मानव जीवन के लिए अनिवार्य है। यह मोतियाबिंद शिविर मानवीय संवेदना और करुणा का उत्सव है, जिसके माध्यम से जरूरतमंदों के जीवन में फिर से रोशनी लाने का प्रयास किया गया है।उन्होंने बताया कि यह निःशुल्क नेत्र शिविर 15 नवम्बर से 14 दिसम्बर तक आयोजित किया गया, जिसमें कुल 409 मरीजों का पंजीकरण किया गया। इनमें से 229 मरीजों को रिफ्रेक्टिव दोष के लिए निःशुल्क दवाइयां एवं चश्मा उपलब्ध कराया गया, जबकि 49 मरीजों में मोतियाबिंद पाए जाने पर उनका सफल ऑपरेशन किया गया।मुख्य नेत्र चिकित्सक डॉ. टी.के. श्रीवास्तव ने शिविर की सराहना करते हुए कहा कि प्रत्येक व्यक्ति को नियमित रूप से अपनी आंखों की जांच करानी चाहिए।
निःशुल्क मोतियाबिंद शिविर के सफल आयोजन में डॉ. टी.के. श्रीवास्तव, डॉ. वाई.पी. गुप्ता, डॉ. आलोक, डॉ. रोहित सहित नेत्र शिविर टीम के सदस्य राममूरत, के.एन. पांडेय, विक्रांत, नीरज कुमार, अनिल कुमार, नरेश यादव, विजय कुमार, गुरुदयाल यादव एवं अन्य कर्मचारियों का सराहनीय सहयोग रहा।कार्यक्रम में स्वागत भाषण डॉ. यशवेन्द्र सिंह ने दिया, जबकि धन्यवाद ज्ञापन एवं संचालन डॉ. ललित पाण्डेय द्वारा किया गया।


