वाराणसी में मासूम बच्ची से दुष्कर्म के सनसनीखेज मामले में अदालत ने सख्त रुख अपनाते हुए आरोपी युवक को उमरकैद की सजा सुनाई है। पूरा मामला शहर में गुस्से और दुःख का कारण बना था। विशेष अदालत ने सुनवाई के दौरान अभियोजन पक्ष द्वारा पेश किए गए 6 अहम गवाहों, मेडिकल रिपोर्ट और फोरेंसिक साक्ष्यों के आधार पर आरोपी को दोषी करार दिया।सुनवाई के दौरान सरकारी वकील ने कहा कि यह अपराध समाज और कानून दोनों के लिए चुनौती है, इसलिए आरोपी को फांसी की सजा मिलनी चाहिए।
उन्होंने बच्चे और परिवार पर पड़े गहरे मानसिक आघात को भी कोर्ट के सामने रखा।वहीं, आरोपी ने अदालत में हाथ जोड़कर दया की भीख मांगी और कहा कि वह “गुनाह पर शर्मिंदा” है और उसे एक मौका दिया जाए। लेकिन कोर्ट ने यह कहते हुए उसकी बात खारिज कर दी कि “ऐसे मामलों में समाज में डर पैदा करना जरूरी है।”मेडिकल रिपोर्ट में चोटों की पुष्टि DNA रिपोर्ट में आरोपी की संलिप्तता साबित पड़ोसियों और परिवार के 6 गवाहों ने घटना को साबित किया मौके से मिले कपड़े और अन्य सबूत कोर्ट में मजबूत आधार बने पीड़िता के परिवार ने कहा कि उन्हें अदालत के फैसले पर भरोसा था। हालांकि, घटना की टीस अभी भी बरकरार है।कोर्ट ने कहा कि इस तरह के अपराधों में कठोर सजा देना जरूरी है, ताकि ऐसे मामलों पर अंकुश लगाया जा सके।

