काशी हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) के एक छात्र ने हॉस्टल में कीटनाशक पीकर सुसाइड कर लिया। छात्र का नाम आशीष कुमार नामदेव था। वह केमिस्ट्री डिपार्टमेंट में MSc फाइनल ईयर का छात्र था। छात्र डालमिया हॉस्टल के रुम नंबर 91 में रहता था। लगभग 6 साल पहले कोटा में तैयारी के दौरान भी उसने जान देने की कोशिश की थी।अनुमान है कि बुधवार को दोपहर 1 बजकर 50 मिनट पर आशीष ने जहर पिया। कुछ देर के बाद उसकी तबीयत बिगड़ने लगी। उसी दौरान बगल के कमरे के छात्र अचानक उसके कमरे में पहुंचे। उसकी हालत देखकर वह घबरा गए। आनन-फानन में उसे सर सुंदरलाल अस्पताल में गए। जहां आज सुबह ICU यूनिट में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।रीवा का रहने वाला था छात्र
इस सुसाइड से केमिस्ट्री डिपार्टमेंट में सन्नाटा पसरा है। छात्र मध्य प्रदेश के रीवा जिले का रहने वाला था। लंका थाने की पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर मर्चरी में रखवा दिया है। वहीं, विश्वविद्यालय प्रशासन ने आशीष के परिजनों को सूचित कर दिया है।
डिप्रेशन का चल रहा था इलाज
ACP भेलूपुर प्रवीण सिंह ने बताया कि आशीष को डिप्रेशन की बीमारी थी। उसका डिप्रेशन की समस्या का इलाज चल रहा था। साल 2017 में जब वह कोटा में डॉक्टरी की तैयारी कर रहा था, तो उस दौरान भी उसने एक बार सुसाइड अटेंप्ट किया था। इस बार उसने दूसरी बार आत्महत्या का प्रयास किया। आशीष जब पढ़ाई करता था तो उसे मानसिक रूप से काफी समस्याएं भी होती थीं।
पिता पहुंचे BHU अस्पताल
BHU के चीफ प्रॉक्टर प्रो. अभिमन्यु सिंह ने कहा कि परिजनों से बात करके और हिस्टोरिकल बैकग्राउंड चेक किया गया तो पता चला कि उसका डिप्रेशन का इलाज चल रहा था। आशीष के पिताजी को कल सूचित किया गया था। वह आज BHU में मौजूद हैं। छात्र के डिप्रेशन का इलाज BHU से चल रहा था या कहीं बाहर से इसकी पुष्टि नहीं हुई है। मगर, आशीष कई साल से डिप्रेशन का इलाज करा रहा था।