वाराणसी के दुर्गाकुंड स्थित दुर्गा मंदिर में नौ दिवसीय चंडी महायज्ञ की शुरुआत 11 फरवरी को मंगल कलश से होगी। इसमें देश के अलग अलग राज्यों से मां कुष्मांडा के भक्त शामिल होंगे। यह जानकारी यज्ञ संयोजक रमेश महाराज ने मंगलवार दोपहर दुर्गाकुंड स्थित यज्ञ स्थल पर पत्रकारों को दी।
उन्होंने बताया कि 22वें महायज्ञ में वैदिक विद्वानों, संत, महात्माओं की देखरेख में कथा, देवी महात्म्य वर्णन, दुर्गा सप्तशती पाठ सहित विविध धार्मिक अनुष्ठान होंगे। लोक व मानव कल्याण और आदि शक्ति की उपासना का केंद्र कुष्मांडा मंदिर प्रांगण में विविध आयोजन होंगे। नौ दिसंबर से ही यहां अलग अलग धार्मिक अनुष्ठान चल रहे हैं। महायज्ञ का समापन 19 फरवरी को पूर्णाहुति, महाप्रसाद भंडारे और सम्मान समारोह के साथ होगा।
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