राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ अपनी शाखाओं में पांच आयामों 'सामाजिक समरसता, कुटुम्ब प्रबोधन, पर्यावरण, 'स्वदेशी भाव का जागरण एवं नागरिक कर्तव्य का बोध" के माध्यम से सामाजिक परिवर्तन का लक्ष्य प्राप्त करेगा । शताब्दी वर्ष तक सभी मण्डलों बस्तियों तक संघ की शाखाएं पहुंच जाएंगी। इसके लिए चरणबद्ध योजना तैयार कर ली गयी है। समाज में विभेद के विरुद्ध विमर्श खड़ा करना तथा समरसता के लिए निरंतर प्रयास करना इस कार्ययोजना का लक्ष्य है। ये बातें राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, काशी प्रान्त के प्रान्त कार्यवाह मुरलीपाल ने विश्व संवाद केन्द्र काशी कार्यालय पर बतायी। वे हरियाणा के समलखा में आयोजित राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा की बैठक में सम्मिलित होने के पश्चात काशी लौटकर आयोजित पत्रकार वार्ता को सम्बोधित कर रहे थे।
उन्होंने आगे बताया कि बैठक में जानकारी दी गयी कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की शाखाओं के माध्यम से सामाजिक परिवर्तन का लक्ष्य प्राप्त करने में काशी प्रान्त पूरे देश में अग्रणी है।