संकट मोचन संगीत समारोह की तीसरी निशा में कलाकारों ने अपने गायन, वादन व नृत्य की प्रस्तुति से मंत्रमुग्ध कर दिया। पद्मभूषण पंडित विश्वमोहन भट्ट की वीणा की झंकार से हनुमत दरबार झंकृत हो उठा। वहीं कलाकारों ने ओडीसी, राग भैरवी समेत शास्त्रीय संगीत परंपरा की एक से बढ़कर एक प्रस्तुति देकर विश्व शांति व लोक कल्याण की गुहार लगाई।
विश्वमोहन भट्ट व सलिल भट्ट ने मोहन वीणा व सात्विक वीणा पर जुगलबंदी की। वहीं प्रसिद्ध ओडीसी नृत्यांगना संचिता भट्टाचार्या ने अपनी नृत्य शैली से मां अंजना प्रकरण की प्रस्तुति दी। उन्होंने रामभक्त हनुमान के जन्म से लेकर रामदूत बनने तक की कथा के अनछुए प्रसंगों को अपने नृत्य के जरिये चित्रित किया। यह देख दर्शक भावविभोर हो उठे।
इसके अलावा अन्य कलाकारों ने अपनी प्रस्तुति से राम भक्ति, गीत-संगीत की ऐसी रसधार बहाई कि दर्शक उसमें गोते लगाते रहे। कार्यक्रम का संचालन सौरभ चक्रवर्ती ने किया। महंत विश्वंभरनाथ मिश्र ने कलाकारों का स्वागत किया।