वाराणसी में सोमवार को 100वें संकट मोचन संगीत समारोह की शुरुआत हो गई। इसमें सबसे पहले दिल्ली के भास्करनाथ ने शहनाई बजाकर लोगों को भक्तिमय कर दिया। तबले पर उनकी संगत कपिल कुमार और अतहर हुसैन ने की। बाबा की ड्योढ़ी पर कलाकारों और आंगन में भक्तों का रेला उमड़ा रहा। सभी शांति से बैठकर बाबा की भक्ति में लीन दिख रहे थे। BHU की सितार वादक डॉ.सुप्रिया शाह की दूसरी प्रस्तुति रही । पूरे संकट मोचन परिसर में उनके सितार का कलरव गूंज उठा।
प्लेबैक सिंगर सोनू निगम, बांसूरी वादक पंडित हरि प्रसाद चौरसिया, भजन सम्राट अनूप जलोटा, जयपुर के सारंगी उस्ताद मोइनुद्दीन खान और उस्ताद अकरम खान, कोलकाता के तबला वादक बिलाल खान, संतूर में कोलकाता से तरुण भट्टाचार्य, उस्ताद राशिद खान समेत 20 से ज्यादा पद्म अवार्डी आये।संकट मोचन के शताब्दी वर्ष के अवसर पर अलग-अलग कलाकार अपने अपने कलाओं का प्रदर्शन कर रहे हैं। इसी कड़ी में कौशलेस जो स्वयं एक कलाकार है उन्होने बताया कि यहाँ मंदिर प्रांगण में आर्ट गैलर बनाई गई हैं, जिसमें पूरी दुनिया से 170 से ज्यादा पेंटिंग अभी तक आ चुकि है, इसमे बी. एच. यु,केंद्रीय विद्यालय के छात्र और छात्राओं ने भी अपनी अपनी कलाकृतियाँ लगाई है। वहीं खुशी यादव से बात करने पर उन्होने बताया कि यहाँ जो कलाकृती लगी है उसमे से एक जो मैने चॉक द्वारा बनाया है जिसमे मैने चॉक के ऊपर हनुमान चालीसा की चौपाई और बजरंग बली की कलाकृती बनाई है। खुशी के साथ साथ B. H.u केन्द्रिय विद्यालय के कई छात्र छात्रायें यहाँ अपने अपने पेन्टिंग लगाये है ।लोग बडी संख्या मे पेंटिंग देखने आ रहे है।