शनिवार को चिकित्सा स्वास्थ्य महासंघ उ.प्र. के आवाह्न एवं सम्बद्ध प्रान्तीय संघों के दिशा निर्देश के क्रम में विभिन्न लम्बित कर्मचारी समस्याओं एवं उ.प्र.शासन की संगठन व लोकतंत्र विरोधी स्थानांतरण नीति के विरोध में पूर्व घोषित कार्यक्रम के अनुपालन में आठ बजे से दस बजे तक दो घंटे कार्य बहिष्कार एवं धरना प्रदशर्न करते हुए कर्मचारियों ने अपनी आवाज बुलंद की। इस अवसर पर बहिष्कार सभा मे वक्ताओं ने कर्मचारी की पूर्व में लम्बित माँगों से कर्मचारियों का ध्यान भटकाने ,संगठनों की शक्ति कमजोर करने की साजिश के तहत निर्गत स्थानांतरण नीति पूरी तरह से कल्याण कारी शासन के नीतियों का उल्लंघन को दुर्भाग्यपूर्ण बताया ।
उ.प्र. शासन की कर्मचारियों के मानसिक ,शारीरिक एवं आर्थिक उत्पीड़न के मंशा का पूरजोर विरोध करते हुए कर्मचारी नेतृत्व ने शासन- प्रशासन को चेतावनी दी कि संगठनों की लोकतांत्रिक शक्ति को कुचलने से बाज आयें अन्यथा वृहद आन्दोलन से जनता- जनार्दन को होने वाली असुविधा एवं परेशानियों की समस्त जिम्मेदारी शासन प्रशासन की होगी । कार्य बहिष्कार सभा में डा.जे.के.सिंह, डा.जे.एस. उपाध्याय , डा.घनश्याम सिंह ,डा.अरुण कुमार मौर्य सहित अनेकों अधिकारी व कर्मचारियों,ने सहभागिता करते हुए शासन के कर्मचारी विरोधी रवैये का विरोध किया ।