काशी हिंदू विश्वविद्यालय में हिंदी साहित्य के छात्र जितेंद्र कुमार ठाकुर ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। जितेंद्र कुमार ठाकुर की उम्र लगभग 23 वर्ष बताई जा रही है। बिड़ला हॉस्टल सी के कमरा नंबर 321 में छात्र का शव मिला है। कमरे में जितेंद्र कुमार ठाकुर के पीठ के नीचे लैपटॉप दबी थी और वहीं, मोबाइल चौकी पर फेंका हुआ था। छात्र मध्य प्रदेश (छत्तीसगढ़) का निवासी था।
बताया जा रहा है कि कला संकाय में हिंदी साहित्य का छात्र था। सुसाइड की वजह अभी स्पष्ट नहीं हो पा रही है। साथियों ने काफी देर तक दरवाजा खटखटाया। 15 मिनट तक दरवाजा नहीं खुला तो छात्रों ने खिड़की से झांका। तो देखा कि जितेंद्र पंखे से लटक रहा था। छात्रों ने प्रॉक्टोरियल बोर्ड को सूचित किया। मौके पर पहुंचे प्रॉक्टोरियल बोर्ड के सदस्यों ने पुलिस को सूचित किया। मौके पर पहुंची पुलिस और फॉरेंसिक विभाग की टीम जांच पड़ताल में जुटी रही ।बताया जा रहा है कि जितेंद्र कुमार ठाकुर बात-व्यवहार में काफी अच्छा था। काफी सुलझा सा था हिंदी साहित्य में दूसरे साल का छात्र था। पढ़ाई में काफी अच्छा था। मगर, फांसी क्यों लगा ली, वहां मौजूद हर किसी को यह बड़ा सवाल परेशान कर रहा था।