काशी हिंदू विश्वविद्यालय स्थित कुलपति आवास के सामने बी.(वोक) कोर्स बंद होने की सूचना के बाद सैकड़ों की संख्या में पहुंचे छात्रों ने जमकर धरना प्रदर्शन किया। बता दे कि पिछले दिनों छात्र क्लास नहीं चलने के कारण सेंट्रल ऑफिस और बीएचयू के सिंह द्वार पर धरना प्रदर्शन कर चुके थे। जिसके बाद छात्रों को आश्वासन दिया गया था कि जल्द ही क्लास चलायी जाएंगी और सारी व्यवस्थाएं कर दी जाएंगे जिसके बाद छात्र मान गए थे। वहीं बीएचयू द्वारा ऑफिशियल रूप से एक प्रेस विज्ञप्ति जारी की गई जिसमे बताया गया कि अपरिहार्य कारणों से कला संकाय के तहत मुख्य परिसर में चलने वाले बी.(वोक) कार्यक्रमों को शैक्षणिक सत्र 2023-2024 के दौरान नहीं चलाने का निर्णय काशी हिन्दू विश्वविद्यालय द्वारा लिया गया है।
इन पाठ्यक्रमों के पंजीकरण हेतु अभ्यर्थियों द्वारा भुगतान शुल्क उन्हें वापस कर दिया जाएगा। राजीव गांधी दक्षिणी परिसर, बरकछा, में चलने वाले बी.(वोक.) कार्यक्रम निर्धारित योजना के अनुसार चलेंगे। यह सूचना जब बी.(वोक) कर रहे छात्र-छात्राओं को मिली तो छात्र-छात्राएं आक्रोशित हो गए और कुलपति आवास के पास पहुंचकर आकर धरने पर बैठ गए। छात्रों का कहना है कि इस तरह से तत्काल किसी भी कोर्स को बंद करने की सूचना देकर हमारे भविष्य से खिलवाड़ किया गया है। छात्रों ने कहा कि हमारा 2 साल खराब हुआ है उसके बाद हम लोगों की फीस के साथ रहने व खाने-पीने में भी बहुत खर्च हुआ है। जब तक कोई ठोस निष्कर्ष नहीं आ जाता तब तक हम सभी छात्र छात्राएं धरना प्रदर्शन करने को बाध्य होंगे।
वही शनिवार को काशी हिंदू विश्वविद्यालय कुलपति आवास के पास से उठकर बीएचयू सिंहद्वार पर बी.(वोक) कोर्स के छात्र-छात्राएं धरने पर बैठ गए हैं। छात्रों ने सिंहद्वार को पूरी तरह से छात्रों द्वारा बंद कर दिया है। बीएचयू सिंह द्वार के अंदर बीएचयू के सुरक्षाकर्मी और बाहर पुलिस फोर्स की तैनाती कर दी गई है ताकि किसी भी प्रकार का उपद्रव ना हो सके। वहीं छात्रों का कहना है कि हम लोगों को कुलपति आवास से हटा दिया गया। जब हम लोग वहां सिंह द्वार पर पहुंचे तो सुरक्षाकर्मियों द्वारा हम लोगों से धक्का-मुक्की भी किया गया। जब तक हमारी मांगे नहीं मानी जाएगी तब तक हम लोग धरना प्रदर्शन को बाध्य होंगे। छात्रों का कहना है कि बीएचयू प्रबंधन के इस निर्णय से हम छात्रों का भविष्य अधर में पड़ गया है।
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