इलाहाबाद उच्च न्यायालय के आदेश के बाद भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण की टीम ने शुक्रवार की सुबह ज्ञानवापी सर्वे शुरू कर दिया। बड़ी संख्या में पुलिस फोर्स व आला अधिकारी मौके पर मौजूद रहे। सुबह से ज्ञानवापी क्षेत्र में काफी चहल पहल रही एएसआई की टीम सहित भारी संख्या में फोर्स मौजूद रही।
वही जुम्मा होने की वजह से भी पुलिस अलर्ट मोड में नजर आयी। ज्ञानवापी परिसर में एएसआई टीम ने सर्वे शुरू किया जिसे लगभग 5 घंटे बाद दोपहर 12:00 बजे रोक दिया गया । जुम्मे की नमाज को देखते हुए सर्वे को रोका गया । एक-एक करके नमाजी ज्ञानवापी मस्जिद में प्रवेश किए और शांतिपूर्ण तरीके से नमाज अदा हुई।
नमाजियों ने कहा की है ये बाबा विश्वनाथ की नगरी है जो की हिंदू मुस्लिम एकता प्रतिक रही है जो आगे भी रहनी चाहिए। वही नमाज संपन्न होने के बाद सर्वे पुनः चालू हुआ। वहीं हिंदू पक्ष के अधिवक्ता सुभाष नंदन चतुर्वेदी ने कहा कि हमें पूर्ण विश्वास था कि यह सर्वे होगा और कोर्ट ने जिस तरह से ऐतिहासिक फैसला दिया है सर्वे से पूरे साक्ष्य का पता चल जाएगा सर्वे में जो भी चीज बाहर निकलकर आएगी वह कोर्ट में पेश की जाएंगी इस आधार पर कोर्ट फैसला सुनाएगी अब देखना है कि क्या-क्या चीजें निकल कर आती है यह तो सर्वे के बाद ही पता चल सकेगा।