गंगा के जलस्तर में वाराणसी में एक बार फिर काफी तेजी से बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है। यहां 10 सेंटीमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से पानी बढ़ रहा है। गंगा का पानी काशी में सीढ़ियों से चढ़ता हुआ शहर की तरफ बढ़ने को आतुर है। पहाड़ी क्षेत्र में हो रही ज़बरदस्त बारिश और मैदानीं इलाके में मानसून की वापसी ने नदियों का जलस्तर बढ़ाना शुरू कर दिया है। केंद्रीय जल आयोग के अनुसार वाराणसी में गंगा का जलस्तर 10 सेंटीमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से बढ़ रहा है। गंगा का जलस्तर वाराणसी में रविवार की सुबह 10 बजे 66.72 मीटर रहा । जो खतरे के निशान 72.262 से लगभग 6 मीटर दूर है।
गंगा में बाढ़ को देखते हुए प्रशासन ने अलर्ट कर दिया है। एनडीआरएफ की टीम लगातार भ्रमण कर रही है। बता दें कि गंगा का जल स्तर अभी कुछ दिनों से स्थिर था फिर 2 दिनों से गंगा के जल स्तर में वृद्धि देखी जा रही थी परंतु आज रात 2 बजे तक यह बढ़ाव ठीक ठाक रहा जो लगभग 4सेमी प्रति घंटे तक रहा परंतु 7 बजते बजते घाटों पर गंगा के जल स्तर में अचानक तेजी से बढ़ोत्तरी देखी गई जिससे घाटों पर रखी चौकी आदि सामान लोग हटाते दिखे ।
वही घाट के पंडित संजीत कुमार दुबे से बात करने उन्होंने बताया की मैं अस्सी घाट पर तीर्थ पुरोहित का काम करता हूं सुबह 4 बजे गंगा जी 5 सीढ़ी नीचे थी और 1 बजे तक ये स्थिति है की अब हम लोगों को अपनी अपनी चौकी हटानी होगी क्युकी गंगा का जल स्तर 1 घंटे में चौकी तक पहुंच जाएगा ।उन्होंने आगे बताया की अगर यही स्थिति रही तो अगले एक दो दिन में आस पास या निचले इलाकों में गंगा का पानी प्रवेश कर जायेगा बाढ़ की स्थिति बन रही है जिससे सबके जो भी मां गंगा पर आश्रित है उनको रोजी रोटी की दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा ।वही विनीत शुक्ला ने बताया की मां गंगा का जल स्तर लगभग10 सेमी प्रति घंटे के हिसाब से बढ़ रहा हैं जिससे अब हम लोगों को घाट से हटना होगा । गंगा का बहाव बहुत तेज है ।