भारत का चंद्रयान-3 नया इतिहास रचने की दहलीज पर है। यान से अलग होकर लैंडर विक्रम चंद्रमा की सतह की ओर बढ़ चला है । चंद्रमा पर इसकी सफल लैंडिंग की प्रार्थना करते हुए मंगलवार को पौराणिक काशी नगरी के सिंधिया घाट पर चंद्रयान-3 की तस्वीर लेकर नमामि गंगे के साथ महर्षि वेद विद्यालय के बटुकों ने भगवान भास्कर और मां गंगा की आरती उतारकर आशीर्वाद मांगा ।
राष्ट्रध्वज के साथ वैदिक मंत्रोच्चार के बीच बटुकों ने सफल लैंडिंग के लिए आराधना की । नमामि गंगे काशी क्षेत्र के संयोजक राजेश शुक्ला ने कहा कि भारत का चंद्रयान-3 मील का पत्थर तय करते हुए एक नया इतिहास रचने की दहलीज पर है। विक्रम लैंडर की सफलता के लिए हमने बटुकों के साथ बाबा विश्वनाथ, भगवान भास्कर और मां गंगा से गुहार लगाई है । आयोजन में प्रमुख रूप से नमामि गंगे काशी क्षेत्र के संयोजक राजेश शुक्ला, महर्षि वेद विद्यालय के आचार्य पं० राकेश मिश्र, महानगर सहसंयोजक सारिका गुप्ता, पंकज अग्रहरि, महर्षि वेद विद्यालय के प्रभारी सुनील श्रीवास्तव, श्रीमंत सांई एवं सैकड़ो की संख्या में बटुक शामिल रहे ।
इसी कड़ी में चंद्रयान 3 के सफलता को लेकर पूरे देश की नजर चंद्रयान पर है तो वही धर्म नगरी काशी में हवन पूजन और प्रार्थनाओं का सिलसिला शुरू हो चुका है। वाराणसी के सुदामा कुटी आश्रम में संत महात्माओं द्वारा हवन पूजन किया गया इतना ही नहीं हाथों में तिरंगा और चंद्रयान की तख्ती लेकर उसकी सफल लैंडिंग के लिए महादेव से प्रार्थना की गई और विद्वानों द्वारा मंत्र उच्चारण कर सफलता के लिए पूजा अर्चना किया जिनमे महंत चंद्रभूषण महाराज और आचार्य राजदीप शामिल रहे ।