चन्द्रमा ने भारतीय व्यक्ति को अपनी गोंद में उतारकर मामा होने का फर्ज निभाया है। भारत के लोग अनादिकाल से चन्द्रमा को मामा कहते आ रहे हैं। कुछ ऐसे ही विचार श्री राणी सती मंदिर में सम्पन्न झूलनोत्सव में भजन गायकों नें व्यक्त किये है। हरियाली श्रृंगार में चन्द्रमा पर राणी सती दादी को विराजमान कराया गया था।
दादी की जलविहार झांकी को श्रद्धालुओं नें काफी सराहा। कोलकाता से पधारे कलाकार गोपाल परिहार एवं स्थानीय कलाकारों ने राजस्थानी शैली में दादी के भजन प्रस्तुत किये। कलाकारों का स्वागत संजय झुनझुनवाला और निधिदेव अग्रवाल ने किया।
अंत में आभार शरद शाह एवं गोपाल तुलस्यान ने व्यक्त किया। झूलनोत्सव व्यवस्था में रमेश चौधरी, केशव जालान, दीपक बजाज, गोपाल तुलस्यान, रवि बूबना, मनोज अग्रवाल, विरेन्द्र अग्रवाल का विशेष सहयोग रहा। प्रसाद वितरण व्यवस्था जगदीश सरावगी और आनन्द तुलस्यान ने संभाली।