बीएचयू सिंह द्वार पर छात्रों व नागरिक समाज द्वारा की गई प्रतिरोध सभा

BHU के स्टूडेंट्स व नागरिक समाज द्वारा प्रतिरोध सभा का आयोजन किया गया। सभा में शामिल लोगो ने कहा कि लोकसभा 2024 का चुनाव हमसब के बीच दस्तक देने को तैयार है। जैसे-जैसे चुनाव करीब आता जा रहा है, मोदी सरकार देश की जल-जंगल-जमीन और सम्पदाओं को बचाने की लड़ाई लड़ने वाले कार्यकर्ताओं पर उग्र दमनकारी नीतियां अपना रही है। देश में आज चौतरफा रूप से देशी-विदेशी पूंजीपतियों के हित में जमीनों को छीना जा रहा। चाहे शहर के इलाके हो या सुदूर जंगल-पहाड़ी के इलाके, अडानी अम्बानी जैसे पूंजीपतियों के लिए देश के संसाधनों पर कब्ज़ा करने की कयावद जारी है। लोगों के घर जमीन, खेत-खलिहान आदि पर कब्ज़ा करने के लिए मोदी सरकार ने नेशनल इंवेस्टिगेटिंग एजेंसी (NIA), एन्टी टेररिस्ट स्क्वाड (ATS) एक्ससाइज डिपार्टमेंट (ED) जैसे तमाम सरकारी संस्थाओं को जनता के पीछे लगा दिया है ताकि कोई भी जन प्रतिरोध बढ़ न पाए। इसका ताजा उदाहरण है बनारस, जहां ऐतिहासिक सर्व सेवा संघ की जमीन हड़पने के लिए सरकार और रेलवे ने तमाम तरह के प्रपंच रचे। 


मामला कोर्ट में लंबित होने के बावजूद जिला प्रशासन ने वर्दी और बंदूक के दम पर पूरा भवन गिरवा कर लाखों किताबों को सड़क पर खुले में फेंकवा दिया। जो भी सामाजिक कार्यकर्ता इस अवैध करवाई के खिलाफ धरने पर बैठे थे, कानून की धज्जियां उड़ाते हुए उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। इस मामले ने न्यायतंत्र पर कई प्रश्न चिन्ह लगाएं है। वही काशी हिंदू विश्वविद्यालय की छात्रा इप्सिता ने बताया कि इसमें अलग अलग संगठन के साथ और बीएचयू के कुछ प्रोफेसर के साथ हम सारे भगत सिंह स्टूडेंट मोर्चा के लोग सिंह द्वार पर इकट्ठा होकर अपने तरीके से प्रोटेस्ट कर रहे हैं ये पूरे बनारस का ज्वाइंट प्रोग्राम है इसमें हम लोग जो पूरे पूर्वांचल में जमीनों की लूट है कही एयरपोर्ट के नाम पर कही पशुओं के लिए लोगों को विस्थापित किया जाना इस के खिलाफ हम लोग आज यहां इक्कठा हुए है ।

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