पीएचडी प्रवेश के लिए जारी नयी नियमावली के विरोध में परीक्षा नियन्ता कार्यालय पर अनिश्चितकालीन धरना के चौथे दिन आक्रोशित छात्रों ने केंद्रीय कार्यालय के सामने बीएचयू कुलपति प्रो. सुधीर जैन, परीक्षा नियंत्रक प्रो. एन के मिश्र एवं उप परीक्षा नियंत्रक प्रो. राकेश रमन का पुतला दहन किया। छात्रों का आरोप है कि पीएचडी प्रवेश के लिए परीक्षा नियंत्रक प्रो. एन.के. मिश्र ने कुलपति के संरक्षण में त्रुटिपूर्ण नियमावली बनाई है और छात्रों के बार बार ज्ञापन देने के बाद भी उसमे सुधार नही किया साथ ही छात्रों के प्रदर्शन के बाद से ही कन्ट्रोलर ऑफ़ एक्जामिनेशन ऑफिस के सारे अधिकारी फरार है जिसके कारण परीक्षा नियन्ता कार्यालय पर ताला लगा है जिससे विश्वविद्यालय के आम छात्र छात्राओं को भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। धरने में शामिल छात्र विकास ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि पीएचडी प्रवेश के लिए जारी नयी नियमावली पूर्णतः दोषपूर्ण है।
हमने इसके विरोध में कई बार कन्ट्रोलर को ज्ञापन दिया एव इसमे सुधार के लिए आग्रह किया लेकिन प्रशासन के अहंकारी एवं अनसुने रवैये के खिलाफ अब हम अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे हैं। वही बुधवार को सुबह धरने में शामिल एक छात्र की तबियत अचानक बिगड़ गयी जिसको आनन फानन में धरनास्थल पर ही ड्रिप चढ़ाया गया। वही धरने में शामिल अभिषेक उपाध्याय बताते हैं कि प्रशासन ने छात्रो के लिए तुगलकी फरमान जारी किया है इसको वापस लेना होगा क्योंकि इस नियमावली से आम छात्रों को काफी नुकसान होगा। धरने में सौरभ राय, क्षितिज, सौरभ शुक्ला, पतञ्जलि पाण्डेय, अभिषेक राय, विवेक, राजकुमार आदि दर्जनों छात्र शामिल थे। छात्रों ने मांगे नही माने जाने तक अपना अनिश्चितकालीन प्रदर्शन जारी रखने की बात कही।.
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