श्री काशी विश्वनाथ धाम को जाने वाले विश्वनाथ गली में सीवर का पानी बह रहा है। देश-विदेश से आने वाले श्रद्धालु गंदे पानी से होकर बाबा के दर्शन-पूजन करने जाने को विवश हैं। वहीं स्थानीय लोगों को भी समस्या हो रही है। क्षेत्रीय नागरिकों ने समस्या पर रोष व्यक्त किया है। अधिकारियों से शीघ्र समस्या के समाधान की मांग की। चेताया कि यदि समस्या दूर नहीं हुई तो अफसरों का घेराव करेंगे। क्षेत्रीय नागरिक गणेश शंकर पांडेय ने बताया कि यह दशाश्वमेध घाट से विश्वनाथ मंदिर जाने वाला मुख्य मार्ग विश्वनाथ गली है।
शंकराचार्य मंदिर व टेढ़ी नीम तिराहे के पास यह सीवर हर तीसरे दिन बहता रहता है। दर्शनार्थी गंदे पानी से होकर बाबा के दर्शन के लिए जाने को विवश हैं। उन्होंने कहा कि स्मार्ट सिटी प्रधानमंत्री मोदी जी का ड्रीम प्रोजेक्ट था, लेकिन स्मार्ट सिटी के अधिकारियों की लापरवाही के कारण यहाँ सीवर बहता रहता है। बताया कि जहां से सीवर बह रहा है, वहां से डेढ़सी पुल तक कोई सीवर लाइन नहीं डाली गई है। इसको लेकर स्मार्ट सिटी की कार्यदायी संस्था के इंजीनियर से बात की गई थी तो उन्होंने कहा कि यह शाही नाला है, इसे छूने का अधिकार नहीं है। उन्होंने कहा कि जब तक सीवर लाइन नहीं डाली जाएगी, तब तक समस्या दूर नहीं होगी। वीवीआईपी कभी इस गली में नहीं आते। इस वजह से ऐसी समस्या है। दुकानदार गोपाल अग्रवाल ने कहा कि यहां सीवर बहता रहता है। इससे होकर आने-जाने के लिए यात्री विवश हैं। इससे उन्हें परेशानी होती है। समस्या को शीघ्र दूर किया जाना चाहिए। क्षेत्रीय लोगों ने शीघ्र समस्या के समाधान की मांग की। चेताया कि यदि समस्या दूर नहीं हुई तो अधिकारियों का घेराव करेंगे।