लक्सा स्थित प्राचीन काली मठ में सोमवार की शाम सांसद व गायक मनोज तिवारी और भोजपुरी भजन सम्राट भरत शर्मा व्यास ने हाजिरी लगाई। दोनों दिग्गज कलाकारों के प्रशंसकों से मंदिर परिसर खचाखच भरा रहा। पहले भरत शर्मा व्यास का आगमन हुआ उसके बाद मनोज तिवारी आए। दोनों ही कलाकारों के स्वागत में प्रशंसकों का हुजूम चुनरी और माला लेकर उनकी ओर बढ़ा। उन्होंने भी मंचासीन होने से पहले सभी की चुनरी और माला को स्वीकार किया ।।
भक्तों ने उनके साथ सेल्फी भी ली। इन दोनों कलाकारों ने अपने बहुचर्चित भजनों से माता के दरबार में हाजिरी लगाई। भरत शर्मा व्यास ने भोजपुरी के पारंपिक अंदाज में भजनों के पुष्पों की माला मां को अर्पित की तो मनोज तिवारी ने सुगम संगीत के रंग में देवी गीतों की चुनरी मां को ओढ़ाई। इससे पूर्व कन्हैया दुबे के संयोजन-संचालन में प्रांजल ग्रुप के. - कलाकारों ने पंचनाद की प्रस्तुति से संगीत निशा का शुभारंभ किया।
शांभवी सेठ, मांडवी सिंह और अंकिता ने कथक प्रस्तुत किए। इस निशा में डॉ अमलेश शुक्ला, स्नेहा अवस्थी, कुमार विनीत आदि कलाकारों ने देर रात्रि तक हाजिरी लगाई। वही तीन दिवसीय संगीत समारोह की अंतिम निशा में माता काली का अडभंगी श्रंगार किया गया। बारा, जायफर के साथ रजत नरमुंडों की माला आकर्षण का केंद्र बरही। शृंगार महंत पं ठाकुर प्रसाद दुबे ने किया। आरती प्रधान पुजारी पं विकास दुबे ने उतारी।