शारदीय नवरात्र के बाद प्रतिमाओं का विसर्जन का सिलसिला बुधवार को भी जारी रहा। गोल्डेन स्पोटिंग क्लब की प्रतिमा बुधवार की देर रात मैदागिन स्थित मंदाकिनी कुंड में विसर्जित हुई। मां जगदंबा की प्रतिमा के विसर्जन के लिए सुरक्षा के सख्त इंतजाम रहे। पूरा इलाका छावनी में तब्दील रहा और पांच थानों की फोर्स व एक कंपनी पीएसी सुरक्षा में तैनात रही।
बुधवार को देवनाथपुरा स्थित गोल्डेन स्पोर्टिंग क्लब की प्रतिमा के विसर्जन की तैयारियां शाम से ही शुरू हो गईं। इस दौरान महिलाओं ने माता को सिंदूर अर्पित किया और परंपरागत रूप से माता को विदाई दी। आरती के बाद माता की प्रतिमा को विसर्जन के लिए प्रस्थान कराया गया। सबसे पहले भगवान गणेश जी प्रतिमा संकरी गलियों से बाहर विसर्जन के लिए निकली । इसके बाद करीब 8:15 बजे मां दुर्गा की प्रतिमा अपने स्थान से उतारी गई।
माता की प्रतिमा रात 9:55 बजे गली से सड़क पर पहुंची। ढाक और डीजे की धुन के साथ माता की विसर्जन शोभायात्रा आरंभ हुई। रास्ते मे श्रद्धालुओं ने माता की प्रतिमा पर पुष्प वर्षा की। शोभायात्रा के साथ पुलिस और पीएसी के जवान चल रहे थे। विसर्जन की शोभायात्रा जिन भी रास्तों से होकर गुजरी पूरा क्षेत्र छावनी में तब्दील रहा ।
वहीं इस दौरान काफी संख्या में बंगीय समाज की महिलाएं पारंपरिक परिधानों में शामिल हुई और नाचते गाते माता को विदाई दी। विसर्जन शोभायात्रा विभिन्न मार्गो से होते हुए मैदागिन कंपनी बाग स्थित मंदाकिनी कुंड पहुँची। जहाँ प्रतिमाओं को मध्य रात्रि में विसर्जित किया गया।
इसी कड़ी मे शहर भर में स्थापित मूर्तियों के विसर्जन का क्रम में रात्रि तक चलता रहा प्रत्येक गली मोहल्ले से माता के विसर्जन की शोभायात्रा निकल गई जहां भक्त नाचते झूलते सुसज्जित वहां पर माता की प्रतिमा लिए शामिल हुए ।
इसी कड़ी में जंगमपुर सुसुवाही मे स्थापित मां भगवती की प्रतिमा के विसर्जन की शोभायात्रा निकाली गयी। जिसमें काफी संख्या में महिलाएं भी उपस्थित रही। अबीर गुलाल उड़ाते और माता के भजनों पर भक्त झूमते नाचते शोभायात्रा में शामिल हुए । विसर्जन से पूर्व मां की आरती करते हुए परंपरा का निर्वहन किया गया इसके बाद माता की प्रतिमा का विसर्जन रमना गड़वाघाट पर किया गया।
इसी कड़ी मे चंडिका देवी सुसुवाही में स्थापित माता दुर्गा की प्रतिमा के विसर्जन हेतु विशाल शोभायात्रा निकाली गई दिवाकर राय ने बताया की माता की विदाई बड़े ही नम आंखों से लोगों ने की ,माता का विसर्जन रमना गढ़वा घाट में होना है हम लोग माता की मूर्ति को रमना ले जा रहे हैं
माताएं बहने बच्चे सभी बड़े उत्साह के साथ माता को विदाई देने के लिए साथ में नाचते गाते चल रहे हैं। वहीं इस दौरान सुरक्षा के व्यापक प्रबंध रहे पूरे क्षेत्र में काफी संख्या में फोर्स तैनात रही इसके साथ ही सजन स्थल पर काफी संख्या में पुलिस सहित एनडीआरएफ टीम मौजूद रही.
इसी कड़ी में बाबा स्पोर्टिंग क्लब नारायणपुर नुआंव सुसुवाही के पंडाल मे स्थापित माता की प्रतिमा का विधिवत विसर्जन किया गया। सर्वप्रथम माता की विधिवत आरती पूजन किया गया इसके बाद सुसज्जित वाहन में मां भगवती सहित सभी प्रतिमाओं को विराजमान किया गया ।
इसके बाद विसर्जन हेतु शोभायात्रा निकाली गई जिसमें भक्त झूमते नाचते शामिल हुए वही दीपक सिंह राजवीर ने बताया कि माता के विसर्जन के समय हम सभी बहुत दुखी हैं सबकी आंखें नम है लेकिन यही परंपरा है हम सभी लोग माता के मूर्ति का विसर्जन करने जा रहे है बच्चों में उत्साह भी है सारे बच्चे नाचते गाते माता को रमना गड़वा घाट पर विषर्जित करने जा रहे है।