नॉन नेट फैलोशिप बढ़ोतरी की मांग को लेकर धरनारत छात्रों ने शुरू किया आमरण अनशन

काशी हिन्दू विश्वविद्यालय में नान-नेट शोध वृत्ति वृद्धि की मांग को लेकर छात्रों का लगातार धरना जारी है। बता दे की छात्र सेंट्रल ऑफिस के सामने शांतिपूर्ण तरीके से पैत्तीस दिन से धरना दे रहे हैं। छात्रों ने नान नेट फैलोशिप बढ़ाने की मांग को लेकर बीएचयू के कुलपति कुलसचिव छात्र अधिष्ठाता प्रधानमंत्री को भी पत्र लिख चुके हैं। परंतु अभी तक कोई भी विश्वविद्यालय प्रशासन का अधिकारी छात्रों से बात करने या उनकी समस्या का हल निकालने नहीं पहुंचा है। इतने दिन बीत जाने के बाद भी जब छात्रों की बातों पर ध्यान नहीं दिया गया तो छात्रों ने 17 दिनों से क्रमिक अनशन  प्रारंभ कर दिया था। परंतु छात्रों के बातों पर फिर भी ध्यान नहीं दिया गया जिससे नाराज छात्र अब आर पार की लड़ाई लड़ते हुए आमरण अनशन प्रारंभ कर दिया है। 

धरना दे रहे छात्रों का कहना है कि हम लोग सेंट्रल ऑफिस के सामने नान - नेट फैलोशिप बढ़ाने की मांग को लेकर लगातार 35 दिनों से अनिश्चितकालीन धरना और 17 दिन से क्रमिक अनशन जारी रहा। इतने दिन बीत जाने के बाद भी विश्वविद्यालय प्रशासन व कुलपति कुंभकर्णी नींद में सोए है। छात्रों ने कहा कि सत्रह दिन क्रमिक अनशन के बाद यह कदम उठाया है।  छात्रों ने कहा कि अगर किसी भी छात्र के साथ कोई भी अप्रिय घटना होती है तो उसकी संपूर्ण जिम्मेदारी विश्वविद्यालय प्रशासन की होगी। धरना प्रदर्शन के दौरान अनमोल उपाध्याय, प्रशांत चतुर्वेदी, मनमोहन तिवारी, नीरज तिवारी,आयुषी ,अभिज्ञान , अनुराधा, रघुवीर, प्रिंस,विजय, कृष्ण मोहन सहित काफी संख्या में शोध छात्रा उपस्थित रहे।

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