चीन में एक रहस्यमयी बुखार और निमोनिया ने पाव पसार रहा है। जिसको लेकर भारत सरकार भी सतर्क है। केंद्र सरकार ने सभी राज्यों से बच्चों को होने वाली सांस संबंधी तकलीफ के मामलों की जानकारी देने को कहा है। सरकार का कहना है कि इन्फ्लुएंजा वायरस जैसी बीमारी और सांस लेने की समस्या के मामलों को जिला स्तर पर रिपोर्ट किया जाए। इसके बाद पूरी जानकारी केंद्र सरकार को दी जाए। दरअसल चीन में रहस्यमयी बुखार और निमोनिया की चपेट में ज्यादातर युवा और बच्चे ही आ रहे हैं। इसके चलते दुनिया भर में लोग डरे हुए हैं। खासतौर पर पड़ोसी देश भारत में इसे लेकर चिंता पैदा हो गई है। कोरोना के बाद से ही सांस लेने संबंधी परेशानी वाले मामलों की निगरानी के लिए एक व्यवस्था बनी हुई है।
वाराणसी के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर संदीप चौधरी ने बताया कि इस समय मौसम तेजी से बदल रहा है जिसके कारण बच्चों और युवाओं में सर्दी खांसी जुकाम होने की संभावना बनी हुई है। फिलहाल लोगों को पैनिक होने की आवश्यकता नहीं है। अब तक चिंता की कोई बात सामने नहीं आई है। अब तक ऐसा कुछ नहीं है, जिससे पता चले कि भारत में कोई खतरा है।'फिलहाल हमारे जिला अस्पताल, सीएचसी और पीएचसी पूर्ण रूप से तैयार है अभी तक कोई भी इस तरह का मामला नहीं आया है। अगर बच्चों और युवाओ में सर्दी जुकाम खांसी या बुखार हो रहा है तो वह सरकारी अस्पताल पर जाकर जांच की सारी सुविधाएं उपलब्ध है तत्काल जांच कर ले।