महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के दीक्षांत समारोह में राष्ट्रपति ने की शिरकत, राष्ट्रपति के हाथों मेडल प्रकार मेधावियों के चेहरे खुशी से खिले

महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ का 45 वां दीक्षांत समारोह सोमवार को आयोजित हुआ। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू समारोह की मुख्य अतिथि रही जबकि राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने अध्यक्षता की। प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ दीक्षांत के विशिष्ट अतिथि रहे। यह पहली बार है कि जब उत्तर प्रदेश के किसी भी राज्य विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में देश की राष्ट्रपति शामिल हो रही हैं।

दीक्षांत समारोह के दौरान राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू 50 मिनट विद्यापीठ में रही। दीक्षांत समारोह में प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री योगेंद्र उपाध्याय, उच्च शिक्षा राज्यमंत्री रजनी तिवारी और शिक्षाविद प्रो. दुर्ग सिंह चौहान भी विशिष्ट अतिथि रहे। राज्य विश्वविद्यालयों की कुलाधिपति के रूप में उनका स्वागत राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किया। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने सोमवार को विद्यापीठ के गांधी अध्ययन सभागार में 50 मिनट बिताया। उन्होंने 14 मेधावियों और दो खिलाड़ियों को विशिष्ट मेडल प्रदान किया ।

राष्ट्रपति ने कलश में पानी डालकर दीक्षांत समारोह की शुरुआत की। राज्यपाल के संबोधन के बाद महामहिम ने सभी विद्यार्थियों, उनके शिक्षकों और परिजनों को बधाई दी। राष्ट्रपति ने कहा, बाबा विश्वनाथ की नगरी काशी में आना अपने आप में सौभाग्य की बात है। काशी का अभिप्राय है सदैव प्रकाशमान रहने और सदैव प्रकाशित रखने वाला ज्योतिपुंज। पिछले महीने काशी में देव दीपावली का पर्व भव्यता से मनाया गया। मुझे बताया गया है कि उस पर्व को 72 देशों के प्रतिनिधियों ने हमारे देशवासियों के साथ यहां मनाया। राष्ट्रपति ने कहा कि दो भारत रत्नों का इस संस्थान से जुड़ना महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ की गौरवशाली विरासत का प्रमाण है। उन्होंने कहा कि इस संस्थान के विद्यार्थियों से अपेक्षा है कि वे शास्त्री जी के जीवन मूल्यों को अपने आचरण में अपनायें।

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