दशाश्वमेध घाट पर विकलांग और जरूरतमंदों के बीच बुधवार की रात्रि में माँ अन्नपूर्णा के महंत शंकर पूरी ने अपने हाथों से कंबल का वितरण किया । महंत शंकर पूरी ने कहा सर्दी के मौसम में खुले आसमान के नीचे जीवन यापन कर रहे लोगों को एक चादर भी ढंग की नहीं होती है। ठण्ड में कई लोगों कि जान इस कारण से चली जाती है। इस ठंड में मनुष्य के जीवन में मानव सेवा ही सबसे बड़ा कर्तव्य है। उन्होंने कहा कि जो लोग ऐसा पुनीत कार्य करते हैं, वे इंसानियत की मिसाल पेश करते हैं।
मंदिर के प्रबंधक काशी मिश्रा ने बताया कि कंबल वितरण वर्ष 2003 में शुरू हुआ। इस वर्ष शीतलहरी को देखते हुए हजारों कंबल बाटे जाएंगे पहले दिन दशाश्वमेघ क्षेत्र में बाटा गया है ये वितरण प्रत्येक रात्रि में चिन्हित किए गए स्थानों पर वितरण किया जायेगा।
इस मौके पर मुख्य रूप से संस्था के एक्सीक्यूटिव ट्रस्टी ऐ जनार्दन, धिरेन्द्र सिंह समेत मंदिर परिवार उपस्थित रहा और सहयोग में दशाश्वमेध मंडल अध्यक्ष सुरेश तुलस्यान एसीपी दशाश्वमेघ अवधेश पांडेय और थाना प्रभारी मौजूद रहे।